वॉशिंगटन। अमेरिका द्वारा लादेन को दी गई मौत के बाद पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी काफी डर गए थे। इस घटना के बाद जरदारी 26 / 11 के हमले में शामिल गुनहगारों को भारत को सौंपने को तैयार हो गए थे। साथ ही जरदारी अपने लिए नई सुरक्षा टीम बनाने की तैयारी में भी थे। नई सुरक्षा टीम सैन्य विद्रोह की आशंका के चलते बनाई जा रही थी। ये वादेजरदारी ने अमेरिका के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टॉफ के चेयरमैन माइक मुलेन को एक गुप्त ज्ञापन में दिए थे। ये ज्ञापन मुलेन को पाकिस्तानी अमेरिकी बिजनेसमैन मंसूर एजाज द्वारा मई में सौंपा गया था। खुद मुलेन भी इस बात की पुष्टि की है