बाली (इंडोनेशिया) : अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) द्वारा ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर विभिन्न विकल्पों पर विचार किए जाने के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि इस मुद्दे को राजनयिक तरीके से सुलझाया जाना चाहिए और उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ इस बारे में विचार विमर्श किया है।
मनमोहन सिंह ने आसियान शिखर सम्मेलन के मौके पर ओबामा से भेंट की और कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित मुद्दों का हल राजनयिक तरीके से होना चाहिए। ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में आईएईए की प्रतिकूल रिपोर्ट पर आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि यह परेशानी पैदा करने वाला घटनाक्रम है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह नहीं चाहते कि ईरान परमाणु संपन्न राष्ट्र हो।
आईएईए की रिपोर्ट पर उन्होंने कहा कि यह परेशान करने वाला है। सूत्रों ने कहा कि अगर ईरान परमाणु हथियार हासिल कर लेता है तो क्षेत्र के सुरक्षा आयाम में इसका प्रभाव पड़ेगा और भारत ऐसा नहीं चाहता। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि भारत ने आईएईए में ईरान के खिलाफ प्रस्तावों के पक्ष में मतदान किया। (एजेंसी)
मनमोहन सिंह ने आसियान शिखर सम्मेलन के मौके पर ओबामा से भेंट की और कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित मुद्दों का हल राजनयिक तरीके से होना चाहिए। ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में आईएईए की प्रतिकूल रिपोर्ट पर आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि यह परेशानी पैदा करने वाला घटनाक्रम है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह नहीं चाहते कि ईरान परमाणु संपन्न राष्ट्र हो।
आईएईए की रिपोर्ट पर उन्होंने कहा कि यह परेशान करने वाला है। सूत्रों ने कहा कि अगर ईरान परमाणु हथियार हासिल कर लेता है तो क्षेत्र के सुरक्षा आयाम में इसका प्रभाव पड़ेगा और भारत ऐसा नहीं चाहता। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि भारत ने आईएईए में ईरान के खिलाफ प्रस्तावों के पक्ष में मतदान किया। (एजेंसी)