डेट्रायट: जर्मनी की मशहूर वाहन निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन के प्रमुख ने अपनी डीजल कार प्रदूषण उत्सर्जन टेस्ट मामले में कथित 'धोखाधड़ी' को लेकर अमेरिका के लोगों से माफी मांगी है। कंपनी के सीईओ मथायस म्युलर ने डेट्रायट ऑटो शो के दौरान कहा कि कंपनी चीजों को सही दिशा में लाने को लेकर प्रतिबद्ध है।
हम शर्मिंदा हैं
डेट्रायट शो की पूर्व संध्या पर मीडिया से बातचीत करते हुए म्युलर ने कहा, 'हम जानते हैं कि हमने अमेरिका में अपने ग्राहकों, प्रशासन, नियामक संस्था और आम लोगों को नीचा दिखाया है। हम वाकई इसके लिए शर्मिंदा हैं। फॉक्सवैगन में जो भी गलत हुआ, उसके लिए मैं एक बार फिर आपसे माफी मांगता हूं।'
क्या है 'धोखाधड़ी' का यह मामला
फॉक्सवैगन ने पिछले साल सितंबर में स्वीकार किया था कि दुनियाभर में उसकी 1.1 करोड़ डीजल कारों में ऐसे उपकरण लगे थे जो कि प्रदूषण परीक्षणों को चकमा दे सकते हैं। दुनिया की यह प्रमुख वाहन कंपनी अपने वाहनों में प्रदूषण परीक्षणों को चकमा देने वाले उपकरण (पोल्यूशन चीटिंग डिवाइस) लगाने के घोटाले से घिरी है। इस खुलासे से कंपनी के शेयरों में अच्छी खासी गिरावट देखी गई। फ्रांस से लेकर दक्षिण कोरिया और अमेरिका तक के अधिकारियों ने जांच की घोषणा की और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
हम शर्मिंदा हैं
डेट्रायट शो की पूर्व संध्या पर मीडिया से बातचीत करते हुए म्युलर ने कहा, 'हम जानते हैं कि हमने अमेरिका में अपने ग्राहकों, प्रशासन, नियामक संस्था और आम लोगों को नीचा दिखाया है। हम वाकई इसके लिए शर्मिंदा हैं। फॉक्सवैगन में जो भी गलत हुआ, उसके लिए मैं एक बार फिर आपसे माफी मांगता हूं।'
क्या है 'धोखाधड़ी' का यह मामला
फॉक्सवैगन ने पिछले साल सितंबर में स्वीकार किया था कि दुनियाभर में उसकी 1.1 करोड़ डीजल कारों में ऐसे उपकरण लगे थे जो कि प्रदूषण परीक्षणों को चकमा दे सकते हैं। दुनिया की यह प्रमुख वाहन कंपनी अपने वाहनों में प्रदूषण परीक्षणों को चकमा देने वाले उपकरण (पोल्यूशन चीटिंग डिवाइस) लगाने के घोटाले से घिरी है। इस खुलासे से कंपनी के शेयरों में अच्छी खासी गिरावट देखी गई। फ्रांस से लेकर दक्षिण कोरिया और अमेरिका तक के अधिकारियों ने जांच की घोषणा की और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।