आगरा.जहां नोटबंदी के फैसले से कई लोग परेशान हैं, वहीं आगरा के एक शख्स के अकाउंट में 99.99 करोड़ रुपए पहुंचने का मामला सामने आया है। घटना के बाद से पूरा परिवार घबराया हुआ है और रात भर सो नहीं सका है। बुधवार को वे इसकी जानकारी बैंक अधिकारियों को देंगे। क्या है पूरा मामला...?
- आगरा की मंडी समिति के पास सुमित नगर में रहने वाले ओंकार प्रसाद तिवारी के बेटे संदीप रुद्रपुर में एक कंपनी में वर्कर हैं।
- संदीप ने करीब 6 साल पहले बिचपुरी से पॉलीटेक्निक में डिप्लोमा किया था। उन्होंने उस समय एसबीआई की बिचपुरी शाखा में अपना अकाउंट खुलवाया था।
- संदीप 24 नवंबर को छुट्टी लेकर घर आए हुए हैं। मंगलवार की शाम जब वो ट्रांसयमुना कॉलोनी स्थित एसबीआई के एटीएम पहुंचे तो वहां कैश नहीं था।
- लेकिन जब उन्होंने अपने अकाउंट का बैलेंस चेक किया तो उनके होश उड़ गए। अकाउंट में 99 करोड़ 99 लाख 91 हजार 735 रुपए बैलेंस की स्लिप निकली।
- उन्हें लगा कि ये डिटेल गलत होगी तो वो दूसरे एटीएम गए और वहां बैलेंस चेक किया, लेकिन यहां भी उतनी ही बैलेंस शो हो रहा था।
- संदीप 24 नवंबर को छुट्टी लेकर घर आए हुए हैं। मंगलवार की शाम जब वो ट्रांसयमुना कॉलोनी स्थित एसबीआई के एटीएम पहुंचे तो वहां कैश नहीं था।
- लेकिन जब उन्होंने अपने अकाउंट का बैलेंस चेक किया तो उनके होश उड़ गए। अकाउंट में 99 करोड़ 99 लाख 91 हजार 735 रुपए बैलेंस की स्लिप निकली।
- उन्हें लगा कि ये डिटेल गलत होगी तो वो दूसरे एटीएम गए और वहां बैलेंस चेक किया, लेकिन यहां भी उतनी ही बैलेंस शो हो रहा था।
अकाउंट में होने चाहिए थे 8 हजार रुपए
- संदीप ने घर पहुंचकर पूरी बात परिजनों को बताई तो वे भी घबरा गए। उन्होंने अपने पड़ोसियों इस बारे में बताया।
- इसके बाद दोबारा वे एसबीआई के एटीएम पर बैलेंस चेक करने गए, लेकिन बैलेंस उतना ही दिखा रहा था।
- संदीप तिवारी ने बताया कि उनके खाते में करीब 8 हजार रुपए होने चाहिए थे, लेकिन पता नहीं कैसे इतनी रकम जमा हो गई है।
- उन्हें इस बारे में कुछ पता नहीं है। इस चक्कर में हम पूरी रात सो नहीं सके।
- इसके बाद दोबारा वे एसबीआई के एटीएम पर बैलेंस चेक करने गए, लेकिन बैलेंस उतना ही दिखा रहा था।
- संदीप तिवारी ने बताया कि उनके खाते में करीब 8 हजार रुपए होने चाहिए थे, लेकिन पता नहीं कैसे इतनी रकम जमा हो गई है।
- उन्हें इस बारे में कुछ पता नहीं है। इस चक्कर में हम पूरी रात सो नहीं सके।
- बुधवार को हम बैंक अधिकारियों को इसकी जानकारी देंगे। घटना के बाद से पूरा परिवार घबराया हुआ है।
जब टैक्सी ड्राइवर के अकाउंट में आ गए 10 हजार करोड़
- इसके पहले पंजाब के बरनाला में एक टैक्सी ड्राइवर के अकाउंट में पहले 9805 करोड़ और फिर 999 करोड़ (कुल 10804 करोड़) रुपए डाल दिए गए थे।
- रोज 500 रुपए कमाने वाला पंजाब के बरनाला का टैक्सी ड्राइवर बलविंदर सिंह मोबाइल पर बैंक बैलेंस का मैसेज पढ़कर इतना परेशान हो गया कि वो सीधे इनकम टैक्स ऑफिस पहुंच गया।
- उसने अफसरों से कहा- सर, मेरे अकाउंट में अरबों रुपए पता नहीं कहां से आ गए। तुम मुझे जेल मत भेज देना। प्लीज तुम इसकी जांच कराओ।
- हालांकि, इसके बाद जैसे ही बैंक अफसरों को इस बारे में पता चला, उन्होंने ड्राइवर का अकाउंट ब्लॉक कर नया अकाउंट खोल दिया और नई पासबुक जारी कर दी।
- बलविंदर ने बताया कि उसके स्टेट बैंक ऑफ पटियाला के अकाउंट में सिर्फ 2800 रुपए थे, लेकिन जब वो 5 नवंबर को बैंक पहुंचा तो वहां हड़कंप मच गया और उसका अकाउंट ब्लॉक कर दिया गया।
- रोज 500 रुपए कमाने वाला पंजाब के बरनाला का टैक्सी ड्राइवर बलविंदर सिंह मोबाइल पर बैंक बैलेंस का मैसेज पढ़कर इतना परेशान हो गया कि वो सीधे इनकम टैक्स ऑफिस पहुंच गया।
- उसने अफसरों से कहा- सर, मेरे अकाउंट में अरबों रुपए पता नहीं कहां से आ गए। तुम मुझे जेल मत भेज देना। प्लीज तुम इसकी जांच कराओ।
- हालांकि, इसके बाद जैसे ही बैंक अफसरों को इस बारे में पता चला, उन्होंने ड्राइवर का अकाउंट ब्लॉक कर नया अकाउंट खोल दिया और नई पासबुक जारी कर दी।
- बलविंदर ने बताया कि उसके स्टेट बैंक ऑफ पटियाला के अकाउंट में सिर्फ 2800 रुपए थे, लेकिन जब वो 5 नवंबर को बैंक पहुंचा तो वहां हड़कंप मच गया और उसका अकाउंट ब्लॉक कर दिया गया।
- बलविंदर हैरान तब रह गया, जब 19 नवंबर को एक दूसरे मैसेज में बैलेंस 999 करोड़ दिखा। इसके बाद वह इनकम टैक्स ऑफिस पहुंचा
- बाद में पता चला कि अकाउंटेंट से गलती से वाउचर पर अमाउंट की जगह अकाउंट नंबर पड़ गया और ये पूरा मामला हो गया।
- बाद में पता चला कि अकाउंटेंट से गलती से वाउचर पर अमाउंट की जगह अकाउंट नंबर पड़ गया और ये पूरा मामला हो गया।
मजदूर के अकाउंट में डेबिट हुए 99 अरब रुपए
- इसी महीने मध्य प्रदेश के उज्जैन में मजदूरी कर परिवार चलाने वाले अंबाराम के अकांउट में 99 अरब रुपए डेबिट हो गए थे। इसके बाद बैंक ने उसका अकाउंट सीज कर दिया था।
- मामले का खुलासा तब हुआ जब उसकी बेटी की कॉलेज फीस जमा करने के लिए मजदूर रुपए निकालने पहुंचा।
- यहां भी बाद में बैंक की ओर से कहा गया कि टेक्निकल फॉल्ट की वजह से ऐसा हुआ।
कानपुर की उर्मिला ने बिल गेट्स को भी छोड़ दिया पीछे
- बीते साल जुलाई 2015 में एक झटके में कानपुर की उर्मिला यादव बिल ग्रेट्स से भी अमीर हो गई थीं।
- दरअसल, उन्होंने पिछले साल जून महीने में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की यूपी स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (UPSIDC) ब्रांच में 1000 रुपए में खाता खुलवाया था।
- 29 जुलाई को वो अपनी पासबुक अपडेट कराने बैंक पहुंची थीं। पासबुक में एंट्री के बाद उनके सेविंग अकाउंट में 9 लाख 57 हजार करोड़ रुपए जमा दिखा रहे थे।
- इतनी बड़ी रकम देख वह हैरान हो गईं और थोड़ी देर तक बैंक में ही बैठ गईं। इसकी जानकारी जब उन्होंने बैंक अफसरों को दी तो उनके भी होश उड़ गए।
- बाद में पता चला कि ये नंबर उर्मिला के पासबुक में मिस प्रिंट हुआ था। उनके खाते में महज 2 हजार रुपए थे।
- 29 जुलाई को वो अपनी पासबुक अपडेट कराने बैंक पहुंची थीं। पासबुक में एंट्री के बाद उनके सेविंग अकाउंट में 9 लाख 57 हजार करोड़ रुपए जमा दिखा रहे थे।
- इतनी बड़ी रकम देख वह हैरान हो गईं और थोड़ी देर तक बैंक में ही बैठ गईं। इसकी जानकारी जब उन्होंने बैंक अफसरों को दी तो उनके भी होश उड़ गए।
- बाद में पता चला कि ये नंबर उर्मिला के पासबुक में मिस प्रिंट हुआ था। उनके खाते में महज 2 हजार रुपए थे।