दुनिया भर के करीब सभी देशों में महिलाओं को किस कदर दबा कर रखा जाता है, इससे हर कोई वाकिफ है, लेकिन कई देश ऐसे हैं, जहां जुल्म की हदें पार हो जाती हैं। इसमें एक जुल्म है वर्जिनिटी टेस्ट, जो शादी के ठीक पहले किया जाता है। शर्मनाक बात यह है कि इस घिनौने अभ्यास से भारत भी अछूता नहीं है। सबसे पहले हम बात करेंगे जॉर्जिया की, जहां पर यह परीक्षण आम है। जॉर्जिया में ईसाई धर्म को गहराई से मानने वाले लोग शादी से पहले वर्जिनिटी टेस्ट यानी कौमार्य परीक्षण करते हैं। जॉर्जिया ही नहीं बल्कि पश्चिम के कई देशों में लड़कियां जब टीन एज में कदम रखती हैं, तो उन्हें प्योरिटी रिंग पहनायी जाती है।
350 दुल्हनों का किया गया वर्जिनिटी टेस्ट...
इस अंगूठी को पहनते वक्त लड़की ईश्वर के सामने कसम लेती है कि वह शादी के पहले किसी भी व्यक्ति के साथ यौन संबंध स्थापित नहीं करेगी और अपना कौमार्य शादी तक सुरक्षित रखेगी। पश्चिमी देशों के बारे में पढ़कर आपको शायद आश्चर्य नहीं हुआ होगा, लेकिन यह जानकर आपके होश उड़ जायेंगे कि ऐसा चलन भारत के कुछ राज्यों में भी है, वो भी हिन्दू धर्म में। यहां हम हाल ही में मध्य प्रदेश के बेतूल जिले में आयोजित सामूहिक विवाह का उदाहरण देना चाहेंगे। पिछले महीने आयोजित इस वैवाहिक समारोह में शामिल हुईं 350 दुल्हनों का वर्जिनिटी टेस्ट किया गया। विरोध हुआ तो जिला कलेक्टर राजेश मिश्र ने जांच के आदेश दे दिये।