दतावली गांव में एक दूल्हा ने तीनों भाइयों के लिए दहेज में कार की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। आरोपी दूल्हे ने नशे की हालत में अपने तथा वधु पक्ष के लोगों के साथ अभद्रता तथा मारपीट की। शादी में दहेज के लिए हुए हंगामे की खबर सुनकर तीनों बहनों ने दहेज लोभियों से शादी करने से इंकार कर दिया। बेटियों की इच्छा जानकर पिता ने बारात को बैरंग लौटा दिया। मौके पर पुलिस ने तीनों दूल्हों सहित उनके पिता को हिरासत में ले लिया। बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौते के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
मामला दादरी कोतवाली क्षेत्र का है।दरअसल, दतावली गांव निवासी सुरेश भाटी ने अपनी तीनों बेटियों सीनू, मीनू और नीलम की शादी सिकन्द्राबाद के राजा रामपुर गांव निवासी अमित तथा कुलदीप पुत्र गजेन्द्र तथा गौरव पुत्र महाराज सिंह के साथ लगभग छह महीने पूर्व तय की थी। गजेन्द्र सिंह तथा महाराज सिंंह सगे भाई हैं। गजेन्द्र सिंह की मौत हो चुकी है। शुक्रवार शाम को तीनों युवकों की बारात दतावली गांव में पहुंची थी। बारात चढ़त के बाद तीनों दूल्हे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, जहां एक स्विफ्ट कार को देखकर गौरव ने तीन कारों की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। शादी के बीच में दहेज की मांग के कारण वधु पक्ष दंग रह गया।शादी की खुशियों में सन्नाटा छा गया।
किसी तरह बात को बनाने का प्रयास किया जाने लगा। जब यह बात दुल्हन बनी तीनों बहनों को पता चली तो उन्होंने दहेज लोभियों के साथ शादी से इंकार कर दिया। उन्होंने अपने पिता तथा परिवार के लोगों को भी अपने निर्णय से अवगत करा दिया। पति तथा परिवार के लोगों ने भी बेटियों के सुनहरे भविष्य के लिए उनके निर्णय का समर्थन करते हुए दूल्हा पक्ष के लोगों से बारात वापस लेकर चले जाने को कह दिया। दोनों पक्षों के जिम्मेवार लोगों ने बात को संभालने के प्रयास किये।रात भर पंचायतें चलती रही, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला। बाद में वर पक्ष द्वारा वधु पक्ष को शादी में हुए खर्च के लिए 10 लाख देने की बात पर समझौता हुआ।
कोतवाली प्रभारी जितेन्द्र कालरा का कहना है कि पुलिस कानूनी व्यवस्था को बनाए रखने के लिए तीनों दुल्हों तथा उनके पिता को हिरासत में कोतवाली ले आई। बाद में दोनों पक्षों के लोगों ने आपसी समझौते की बात कहकर उन्हें ले गए।पीड़ित पिता सुरेश भाटी नोएडा में चालक की नौकरी करते हैं। उन्होंने कहा कि वह बेटियों की शादी के लिए योग्य लड़कों की तलाश कर रहा था। गांव के ही रामरतन शर्मा ने राजारामपुर निवासी महाराजसिंह तथा गजेन्द्र सिंह के बेटों के बारे में बताया। महाराजसिंह तथा राम रत्न एक साथ एक निजी कम्पनी में नौकरी करते हैं। बिचौलिया ने यह भी बताया कि दो लड़के रोजगार करते हैं, जबकि एक लड़का पढ़ाई करता है। शादी के समय सभी बातें गलत निकली। वधु पक्ष के लोगों के अनुसार इस बात का पता बीते 7 नवम्बर को सगाई की रस्म के दौरान ही पता चल गया था।