प्नदीप ठाकुर, नई दिल्ली
सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट को बंद होने के बाद अचानक सोने की जबर्दस्त खरीदारी की खबरों ने आयकर विभाग के कान खड़े कर दिए हैं। आयकर विभाग अब पूरे देश में जूलर्स से इस बारे में जानकारी जुटा रहा है और सख्ती बरतने के मूड में है।
इस बीच आयकर विभाग को 42 करोड़ रुपये मूल्य के अघोषित स्वर्ण भंडार के बारे में जानकारी मिली है। वित्त मंत्रालय ने अपने राजस्व खुफिया एजेंसियों को जूलर्स और हवाला ऑपरेटर्स पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। ईडी और डीजीसीईआई भी आयकर विभाग की कार्रवाई में शामिल हो गए हैं। डीजीसीईआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि विभाग के अधिकारी कम से कम 25 बड़े शहरों के 250 बड़े जूलर्स और स्वर्ण कारोबारियों के यहां जाकर उनसे स्टॉक की जानकारी मांगी है।
आयकर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 500 और 1000 रुपये के नोट पर बैन लगने के बाद जूलर्स कम दाम पर अघोषित सोने की जबर्दस्त बिक्री की थी। दिल्ली के दीरब कलां और करोल बाग के अलावा पंजाब तथा मुंबई में बड़ी मात्रा में सोने की बिक्री की खबरों के बाद गुरुवार को आयकर विभाग ने जूलर्स का सर्वे करना शुरू कर दिया था। मुंबई में दो बड़े हवाला ऑपरेटर्स के यहां भी आयकर विभाग की टीम गई थी.
सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट को बंद होने के बाद अचानक सोने की जबर्दस्त खरीदारी की खबरों ने आयकर विभाग के कान खड़े कर दिए हैं। आयकर विभाग अब पूरे देश में जूलर्स से इस बारे में जानकारी जुटा रहा है और सख्ती बरतने के मूड में है।
इस बीच आयकर विभाग को 42 करोड़ रुपये मूल्य के अघोषित स्वर्ण भंडार के बारे में जानकारी मिली है। वित्त मंत्रालय ने अपने राजस्व खुफिया एजेंसियों को जूलर्स और हवाला ऑपरेटर्स पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। ईडी और डीजीसीईआई भी आयकर विभाग की कार्रवाई में शामिल हो गए हैं। डीजीसीईआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि विभाग के अधिकारी कम से कम 25 बड़े शहरों के 250 बड़े जूलर्स और स्वर्ण कारोबारियों के यहां जाकर उनसे स्टॉक की जानकारी मांगी है।
आयकर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 500 और 1000 रुपये के नोट पर बैन लगने के बाद जूलर्स कम दाम पर अघोषित सोने की जबर्दस्त बिक्री की थी। दिल्ली के दीरब कलां और करोल बाग के अलावा पंजाब तथा मुंबई में बड़ी मात्रा में सोने की बिक्री की खबरों के बाद गुरुवार को आयकर विभाग ने जूलर्स का सर्वे करना शुरू कर दिया था। मुंबई में दो बड़े हवाला ऑपरेटर्स के यहां भी आयकर विभाग की टीम गई थी.