वॉशिंगटन
अगले साल अमेरिका के नए राष्ट्रपति का पद संभालने वाले डॉनल्ड ट्रंप, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुत अच्छे दोस्त बनेंगे और वह भारत के साथ रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में काफी काम करेंगे। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भी भारत को अमेरिका का पूरा साथ मिलेगा। ऐसा दावा किया है ट्रंप के एक सलाहकार ने।
रॉयटर्स को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में अमेरिका स्थित बिजनसमैन और भारतीय-अमेरिकी वोटरों के मामले में ट्रंप के अडवाइजर शलभ कुमार ने कहा कि दोनों नेता बेस्ट फ्रेंड साबित होंगे। शलभ ने कहा, 'सिर्फ दोनों देश ही बढ़िया दोस्त साबित नहीं होंगे बल्कि मोदी और ट्रंप भी बेस्ट फ्रेंड होंगे। ट्रंप मेरे जरिए मोदी को जानते हैं और वह मोदी के बारे में और ज्यादा जानने के लिए काफी उत्सुक हैं।' दोनों नेताओं की मुलाकात के बारे में शलभ ने कहा कि जल्द ही ऐसा होगा, लेकिन फिलहाल ट्रंप अभी बिजी हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के मद्देनजर दक्षिण एशिया की सुरक्षा पर ट्रंप की क्या नीति होगी, इस पर शलभ ने ऐसे संकेत दिए कि भारत को नई अमेरिकी सरकार का पूरा साथ मिलेगा। उन्होंने कहा, 'वह पहले ही सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा उठा चुके हैं। उन्होंने ऐसा तब किया जब कोई भी इस बारे में नहीं बोल रहा था। वह पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं जिन्होंने इस चीज को माना है, उन्होंने माना है कि पाकिस्तान आतंकवाद प्रायोजित करने वाला देश है।'
शलभ ने कहा, 'मैं उनसे (ट्रंप से) यह आशा करता हूं कि वह मोदी सरकार द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को पूरा समर्थन दें। रेडिकल इस्लाम के खिलाफ पूरी कार्रवाई की जाएगी। इस काम में वह भारत का पूरा समर्थन लेने जा रहे हैं।'
अगले साल अमेरिका के नए राष्ट्रपति का पद संभालने वाले डॉनल्ड ट्रंप, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुत अच्छे दोस्त बनेंगे और वह भारत के साथ रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में काफी काम करेंगे। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भी भारत को अमेरिका का पूरा साथ मिलेगा। ऐसा दावा किया है ट्रंप के एक सलाहकार ने।
रॉयटर्स को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में अमेरिका स्थित बिजनसमैन और भारतीय-अमेरिकी वोटरों के मामले में ट्रंप के अडवाइजर शलभ कुमार ने कहा कि दोनों नेता बेस्ट फ्रेंड साबित होंगे। शलभ ने कहा, 'सिर्फ दोनों देश ही बढ़िया दोस्त साबित नहीं होंगे बल्कि मोदी और ट्रंप भी बेस्ट फ्रेंड होंगे। ट्रंप मेरे जरिए मोदी को जानते हैं और वह मोदी के बारे में और ज्यादा जानने के लिए काफी उत्सुक हैं।' दोनों नेताओं की मुलाकात के बारे में शलभ ने कहा कि जल्द ही ऐसा होगा, लेकिन फिलहाल ट्रंप अभी बिजी हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के मद्देनजर दक्षिण एशिया की सुरक्षा पर ट्रंप की क्या नीति होगी, इस पर शलभ ने ऐसे संकेत दिए कि भारत को नई अमेरिकी सरकार का पूरा साथ मिलेगा। उन्होंने कहा, 'वह पहले ही सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा उठा चुके हैं। उन्होंने ऐसा तब किया जब कोई भी इस बारे में नहीं बोल रहा था। वह पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं जिन्होंने इस चीज को माना है, उन्होंने माना है कि पाकिस्तान आतंकवाद प्रायोजित करने वाला देश है।'
शलभ ने कहा, 'मैं उनसे (ट्रंप से) यह आशा करता हूं कि वह मोदी सरकार द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को पूरा समर्थन दें। रेडिकल इस्लाम के खिलाफ पूरी कार्रवाई की जाएगी। इस काम में वह भारत का पूरा समर्थन लेने जा रहे हैं।'