पीएम मोदी के 500 रुपए और 1000 रुपए के नोट बंद होने के फैसले से कई NRI गुजराती मुश्किल में पड़ गए हैं। यूके, यूएस और खाड़ी देशों में रह रहे गुजराती नोट बैन की खबर सुनकर चिंता में डूब गए हैं। कथित तौर पर विदेशों में रह रहे कई गुजरातियों ने काला धन बैंक लॉकरों में रखा हुआ है।
पीएम मोदी के फैसले के बाद एनआरआई गुजराती वापस लौटने की हड़बड़ी में टिकट बुक करा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, बैंकिंग नियमों को ध्यान में रखते हुए विरासत से मिली संपत्ति को बेचकर मिली रकम को बैंक अकाउंट में जमा करा दिया है जबकि ब्लैक मनी बैंक लॉकरों में रखी हुई है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि गुजराती NRI बेचैन होकर उत्तर गुजरात, गोटा, घटलोडिया और अहमदाबाद की सायंस सिटी में रह रहे अपने रिश्तेदारों को लगातार फोन कर मोदी सरकार के इस फैसले के बारे में पूछताछ कर रहे हैं।
खबरों के मुताबिक, मोदी सरकार के इस कदम के बाद बड़ी संख्या में गुजराती अपने देश वापस लौटना चाह रहे हैं। हालांकि एयरलाइंस कंपनियों को गुजराती यात्रियों की बढ़ती संख्या के पीछे की असल वजह स्पष्ट नहीं है। अनुमान है कि गुजराती या तो अपनी ब्लैक मनी की चिंता में देश लौट रहे हैं या शादियों के मौसम की वजह से भी ऐसा हो सकता है।
खबरों के मुताबिक, मोदी सरकार के इस कदम के बाद बड़ी संख्या में गुजराती अपने देश वापस लौटना चाह रहे हैं। हालांकि एयरलाइंस कंपनियों को गुजराती यात्रियों की बढ़ती संख्या के पीछे की असल वजह स्पष्ट नहीं है। अनुमान है कि गुजराती या तो अपनी ब्लैक मनी की चिंता में देश लौट रहे हैं या शादियों के मौसम की वजह से भी ऐसा हो सकता है।