लखनऊ- यूपी एटीएस के ज्वाइंट ऑपरेशन में अरेस्ट किए गए IS के 4 संदिग्ध आतंकियों का टारगेट यूपी असेंबली और अयोध्या जैसी बड़ी जगहें थीं। पूछताछ में सामने आया कि हमले की प्लानिंग जालंधर (पंजाब) में की गई। इसी साल फरवरी के लास्ट वीक में भी यहां एक मीटिंग की गई, जिसमें प्लान को कामयाब बनाने के लिए ग्रुप तैयार करने की बात हुई। यूपी एटीएस के एक अफसर ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर को बताया कि यूपी के बड़े लोकेशंस पर धमाका करने की साजिश रची जा रही थी। बता दें कि बीते गुरुवार को टीम ने बिजनौर से मुफ्ती फैजान, तनवीर और एहतेशाम को अरेस्ट किया था। वहीं, नाजिम शमशाद को मुंब्रा से अरेस्ट किया गया था।
ATS अफसर ने बताया- संदिग्ध IS आतंकियों से एटीएस के अलावा आईबी, एसटीएफ और दूसरी सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं।
ATS सोर्सेस के मुताबिक, "एहतेशाम ने खुलासा किया कि जालंधर में 26 फरवरी को मीटिंग हुई थी। इसमें फैजान भी शामिल था। मीटिंग में तय हुआ कि अभी ग्रुप में ज्यादा मेंबर्स नहीं हैं, इसलिए बड़ी वारदात को अंजाम देना मुमकिन नहीं है। साजिश को कामयाब करने के लिए ग्रुप तैयार करना होगा।''
मीटिंग में तय किए गए टारगेट
- "मीटिंग में यह भी तय हुआ था कि यूपी की किन जगहों पर ब्लास्ट करना है। एहतेशाम ने बताया कि ग्रुप तैयार होने के बाद बनारस, मथुरा, अयोध्या और यूपी असेम्बली, लखनऊ के एक इमामबाड़े को टारगेट करने का प्लान बनाया गया।"
- "मीटिंग में यह भी तय हुआ था कि यूपी की किन जगहों पर ब्लास्ट करना है। एहतेशाम ने बताया कि ग्रुप तैयार होने के बाद बनारस, मथुरा, अयोध्या और यूपी असेम्बली, लखनऊ के एक इमामबाड़े को टारगेट करने का प्लान बनाया गया।"
मार्च में असेंबली की रेकी की थी
"फैजान ने बताया कि कुछ मेंबर्स को मार्च के आखिरी हफ्ते में यूपी असेंबली की रेकी के लिए लखनऊ भेजा गया था। मेंबर्स ने असेंबली की तस्वीरें लीं और वीडिया बनाए थे। सिक्युरिटी होने की वजह से ये लोग अंदर नहीं जा पाए। लखनऊ में बड़े इमामबाड़े की भी रेकी की गई थी।"
"फैजान ने बताया कि कुछ मेंबर्स को मार्च के आखिरी हफ्ते में यूपी असेंबली की रेकी के लिए लखनऊ भेजा गया था। मेंबर्स ने असेंबली की तस्वीरें लीं और वीडिया बनाए थे। सिक्युरिटी होने की वजह से ये लोग अंदर नहीं जा पाए। लखनऊ में बड़े इमामबाड़े की भी रेकी की गई थी।"
5 हजार सिम एक्टिवेट कराए थे
"संदिग्ध IS आतंकियों ने देशभर में करीब 5 हजार सिम एक्टिवेट कराए थे। सबसे ज्यादा बिहार और यूपी के सिम एक्टिवेट कराए गए। ये नंबर बदल-बदल कर बात किया करते। सिक्युरिटी एजेंसीज को इनके इस एक्शन की वजह से भी इनपुट मिला था।"
"संदिग्ध IS आतंकियों ने देशभर में करीब 5 हजार सिम एक्टिवेट कराए थे। सबसे ज्यादा बिहार और यूपी के सिम एक्टिवेट कराए गए। ये नंबर बदल-बदल कर बात किया करते। सिक्युरिटी एजेंसीज को इनके इस एक्शन की वजह से भी इनपुट मिला था।"
PAK कनेक्शन की हो रही है जांच
"सिक्युरिटी एजेंसियां अरेस्ट किए गए संदिग्धों के पाकिस्तान कनेक्शन की जांच कर रही है। ATS को इनपुट मिला है कि जालंधर में मीटिंग करने के पीछे एक मकसद पाकिस्तान कनेक्शन से मिलने का भी था। इस ग्रुप की मॉनिटरिंग PAK भी की जा रही थी। एजेंसियों को पंजाब में भी IS के स्लीपर सेल एक्टिव होने का इनपुट मिला है।"
"सिक्युरिटी एजेंसियां अरेस्ट किए गए संदिग्धों के पाकिस्तान कनेक्शन की जांच कर रही है। ATS को इनपुट मिला है कि जालंधर में मीटिंग करने के पीछे एक मकसद पाकिस्तान कनेक्शन से मिलने का भी था। इस ग्रुप की मॉनिटरिंग PAK भी की जा रही थी। एजेंसियों को पंजाब में भी IS के स्लीपर सेल एक्टिव होने का इनपुट मिला है।"
एटीएस के रडार पर 20 युवक
यूपी एटीएस ने 10 संदिग्धों को पकड़ा था, पूछताछ के बाद 6 को रिहा कर दिया गया और 4 लोगों को अरेस्ट किया गया। इनमें एहतेशाम और फैजान को लखनऊ कोर्ट में पेश किया गया, जहां से इन्हें 4 मई तक के लिए जेल भेज दिया गया। 2 अन्य से पूछताछ चल रही है। बता दें कि फैजान बिजनौर की एक मस्जिद का इमाम है।
सोर्सेस के मुताबिक, "फैजान से एटीएस साजिश की पूरी जानकारी लेने में जुटी है। इस इन्फॉर्मेशन के बेस पर बिजनौर के 20 लोगों पर लगातार नजर रखी जा रही है और इन्हें अरेस्ट किया जा सकता है।"
सोर्सेस के मुताबिक, "फैजान से एटीएस साजिश की पूरी जानकारी लेने में जुटी है। इस इन्फॉर्मेशन के बेस पर बिजनौर के 20 लोगों पर लगातार नजर रखी जा रही है और इन्हें अरेस्ट किया जा सकता है।"