कोल्हापुर-कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के आला नेताओं ने मिलकर चंद्रपुर से शुरू की हुई 'संघर्ष यात्रा' मंगलवार को कोल्हापुर पहुंची है. पश्चिम महाराष्ट्र का एक बड़ा और प्रगतिशील शहर कहे जाने वाले कोल्हापुर में मंगलवार को जनता को संबोधित करने के पहले अजित पवार के दिल की बात जुबान पर आ ही गई. वैसे तो संघर्ष यात्रा का मकसद है महाराष्ट्र में परेशान किसानों को उनके कर्ज से जल्द से जल्द निजाद दिलाना है और इसीलिए देवेंद्र फडणवीस की सरकार जिन्होंने चुनाव के दौरान किसानों को कर्ज मुक्त करने का जो आश्वासन दिया था वो आश्वासन बीजेपी सरकार को बार-बार लगातार याद दिलाने के लिए ये संघर्ष यात्रा विदर्भ के चंद्रपुर शहर से शुरू हुई थी और अब तीसरे चरण में कोल्हापुर पहुंची है.
कोल्हापुर शहर में पहुंची ये संघर्ष यात्रा में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेताओं ने पहले राजश्री शाहू महाराज जन्मस्थल पर अभिवादन कर, कोल्हापुर की कुलदेवी अंबा माता के दर्शन लिए. इस संघर्ष यात्रा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहाण, राष्ट्रवादी कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार, राष्ट्रवादी कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सिंचाई मंत्री सुनील तटकरे, वर्तमान विरोधी पक्ष नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल, विधायक हसन मुश्रीफ, सांसद धनंजय महाडिक मौजूद हैं.
पत्रकारों से बातचीत के दौरान अजित पवार बोले कि उन्होंने अंबा माता के चरण स्पर्श कर के प्रार्थना की कि अब और नहीं चाहिए देवेंद्र फडणवीस की सरकार, जल्द पूरा हो इनका कार्यकाल. साथ ही में अंबा माता से कहा कि इस सरकार को सदबुद्धि दें ताकि राज्य के किसान जो कर्ज में डूबे हैं उनका कर्जा माफ करे देवेंद्र की सरकार.
विरोधी पक्ष नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा कि सौ फीसदी कर्जा माफ किए बगैर इस सरकार के सामने कोई और रास्ता नहीं बचा है. अगर ऐसा नहीं किया देवेंद्र सरकार ने तो उन्हें जनता अगले चुनाव में मुंह के बल पटखनी देगी. राधाकृष्ण विखे पाटिल राज्य सरकार को ये याद दिलाने से नहीं भूले कि बंद पड़े हुए तुअर दाल खरीदी केंद्र तुरंत शुरू किए जाएं, तुअर की फसल लेने वाले किसानों का आक्रोश और गुस्सा शायद सरकार को दिखाई नहीं दे रहा है.