नशे में डूबा उल्हासनगर, पुलिस प्रशासन खामोश

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उल्हासनगर(एचएमएम ब्यूरो)- ऑर्केस्ट्रा डांसबार, लॉजिंग बोर्डिंग, वेश्या-व्यवसाय के नाम से बदनाम उल्हासनगर शहर अब नशे के कारोबार के रूप में विख्यात हो रहा है| शहर के विभिन्न जगहों पर गांजा इत्यादि की बिक्री से नवयुवकों का भविष्य बर्बाद हो रहे है| अनैतिक धंधों के साथ चरस, गांजा, अफिम, हुक्का पार्लर के धंधों से शहर में आपराधिक गतिविधियां भी बढ़ रही हैं| पिछले दिनों उल्हासनगर रेलवे स्टेशन के पास स्कायवॉक पर से गुजर रहे एक एसी मकैनिक को ३ गर्दुलों ने नशे के लिए पैसे न देने पर उसकी हत्या कर दी थी| यही नहीं गौतम म्हस्के नामक एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी पर भी प्राणघातक हमला कर उसे गंभीर रूप से जख्मी कर दिये जाने की घटना सामने आई थी| ये नशेड़ी नशे के लिए चोरी, लूटमार, मारामारी, महिलाओं से छ़ेडखानी, चेन स्नैचिंग इत्यादि घटनाओं को अंजाम देते हैं| पुलिस इन नाशेड़ियो पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है|
उल्हासनगर रेलवे के पास संजय गांधीनगर, शांतिनगर परिसर में श्मशानभूमी के पास और ब्राम्हणपाड़ा, विठ्ठलवाड़ी रेलवे स्टेशन के करीब गोपालनगर, चोपड़ा कोर्ट के पीछे, हनुमान मंदिर, हिराघाट के पास बंद पड़े सिंधी स्कूल, भीम कॉलोनी, मराठा सेक्शन, मद्रासी पाड़ा, नेहरू चौक, साई बाबा मंदिर के पीछे, हिललाईन पुलिस के पास प्रेमनगर टेकड़ी, खेमानी सहित कई परिसरों में बड़ी आसानी से चरस, गांजा, अफिम बेचा जाता है| यही नहीं शहर की युवा पीढ़ी हुक्का-पार्लर के कारण बर्बाद हो रही है| शहर में करीबन २५ से ३० हुक्का पार्लर हैं, सबसे ज्यादा हुक्का पार्लर गोल मैदान परिसर में हैं| नेहरू चौक, सीएचएम कॉलेज के पास, सी ब्लॉक, डॉल्फिन रोड, शहाड फाटक, श्रीराम टॉकीज के पास अनेक हुक्का पार्लर बेधड़क चल रहे हैं| इन हुक्का पार्लरोें के कारण कॉलेज और स्कूल के विद्यार्थी बड़े पैमाने में नशे के आदि हो चुके हैं| इन अनैतिक कारोबारों की अगर कोई पुलिस को शिकायत करता है तो पुलिस द्वारा शिकायतकर्ता का नाम उजागर कर देने से शिकायतकर्ता पर कई बार प्राणघातक हमले हो चुके हैं| इन अवैध कारोबारों को लेकर कोई समाने नहीं आता है, इसकी जानकारी एक शिकायतकर्ता ने दी है|

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