भिवंडी(एम.एच.पंडित)- आगामी भिवंडी मनपा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही रही है, वैसे-वैसे उम्मीदवार मतदाताओं को लुभाने के लिए विभिन्न हथकंडे अपना रहे हैं| जहां युवा मतदाताओं को लुभाने के लिए धार्मिक टूर के नाम पर आकर्षक पैकेज की व्यवस्था की जा रही है, वहीं वृद्धों को खुश करने के लिए मोहल्लों में बिरयानी तथा पाव-भाजी की पार्टियों का आयोजन किया जा रहा है| विशेष कर झोपड़पट्टी क्षेत्रों में वोटरों की चांदी हो गई है| दो सौ से ढ़ाई सौ रूपए प्रतिदिन में चुनाव प्रचार में भीड़ जुटाने का काम मोहल्ले के तथा कथित एजेंटों को मिल रहे ठेके में जमकर कमाई करने का सुनहरा अवसर मिल गया है| अब तो यह भी नारा लगने लगा है कि ‘हरी नीली, कच्चा वोट - गुलाबी नोट, पक्का वोट’, ‘पांच सौ हज़ार का ज़माना गया, गुलाबी नोट का ज़माना आया’|
धीरे-धीरे भिवंडी मनपा चुनाव का परवान चढ़ने लगा है| सभी राजनीतिक पार्टियों सहित निर्दलीय उम्मीदवार एक तरफ पदयात्रा रैली निकालकर तथा नुक्कड़ सभा कर मतदाताओं को अपनी तरफ आकर्षित करने का जी तोड़ प्रयास कर रहे हैं, वहीं महिलाओं का समूह घर-घर जाकर पंपलेट द्वारा चुनाव चिन्ह बांटकर उम्मीदवार के लिए वोट मांग रही है| इस समय घरेलु काम करने वाली नौकरानियां घर काम छोड़कर दो सौ से ढ़ाई सौ रूपए प्रतिदिन पर रैली में भीड़ का हिस्सा बनने के साथ घर-घर वोट मांगने के काम में लग गई हैं| एक महिला ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें एक दिन रैली में शामिल होकर वोट मांगने के लिए दो सौ से ढाई सौ रुपया तथा नाश्ता पानी भी मिल जाता है| इस काम के लिए कुछ एजेंट टाइप के स्थानीय कार्यकर्ता महिला तथा पुरुष भीड़ इकठ्ठा करने का ठेके उम्मीदवारों से लेते हैं| इसी बहाने मतदाताओं का लुभाने का नायाब तरीका उम्मीदवारों ने ढूंढ लिया है| वहीं युवा मतदाााताओं को लुभाने के लिए कई उम्मीदवारों ने नया पैकेज शुरू किया है| जिसमें तिरुपति बालाजी ट्रिप, शिर्डी साईंबाबा ट्रिप, गोवा ट्रिप, अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज़ ट्रिप, आदि शामिल है| उक्त ट्रिप में इनके धर्म के अनुसार से युवकों को एसी लक्ज़री बस के साथ रास्ते में मौज मस्ती के खर्च की व्यवस्था भी की जा रही है| कई मोहल्लों में वोटरों के लिए बिरयानी, मटन तथा दारू की व्यवस्था की जा रहा है| कई उम्मीदवार तो घर-घर बिरयानी बांट रहे हैं| शाकाहारी लोगों के लिए बिल्डिंग की टेरिस पर भाजी-पाव तथा चाईनीज जैसे स्वादिष्ट खाने की व्यवस्था की जा रही है| दिन भर उम्मीदवारों के लिए भाग-दौड़ कर थकने वाले कार्यकर्ताओं के लिए शहर से बाहर बने ढाबों में चिकन, मटन के साथ विदेशी शराब की भी व्यवस्था की जा रही है| इन दिनों भिवंडी शहर के आसपास हाईवे के किनारे खोले गए ढाबे रात को फुल बुक रहते हैं| जहां, देर रात तक मौज मस्ती का दौर चलता रहता है| इसी प्रकार कई झोपडपट्टी क्षेत्रों में धनी उम्मीदवार गरीबों की सहायता करने के नाम पर पैसा देना, साल भर की घरपट्टी- पानीपट्टी भर देना, बिजली बिल का भुगतान करना, मेन्टेनेंस बिल भर कर मतदाताओं को लुभाने का काम कर रहे हैं| इसी प्रकार बिल्डिंग व दो तीन महले वाली चाली क्षेत्रों में बिल्डिंग को कलर कराने, रास्ते पर टाइल्स या प्योर ब्लाक लगवाने, पानी की नई टंकी देने तथा मोटर पंप लगवाने जैसे लोक लुभावने वादे कर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की तिकड़म बाजी का काम चुनाव प्रचार की सेटिंग का अहम हिस्सा बन गया है| झोपड़पट्टी क्षेत्रों में कुछ नशा खोर दलाल टाइप के निकम्मे एजेंटों चार उम्मीदवारों के पैनल से वोट लेने के लिए एक नया नारा उछाल दिया है, जिससे उम्मीदवारों की धड़कने तेज़ हो गई हैं| कई लोगों के मुंह से सुनने में आया है कि ‘पांच सौ हज़ार का ज़माना गया, गुलाबी नोट का ज़माना आया’| ‘हरी नीली कच्चा वोट - गुलाबी नीली पक्का वोट, मुर्गा दारू सच्चा वोट’| भिवंडी मनपा चुनाव में इस प्रकार की तरह तरह की अफवाहों का बाज़ार गर्म है| जिससे चुनाव लड़ने वाले राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के साथ साथ निर्दलीय उम्मीदवार भी हैरान परेशान नजर आ रहे हैं| ज्ञात हो कि एक उम्मीदवार को मनपा चुनाव में खर्च की सीमा सात लाख रूपए निर्धारित की गई है, लेकिन जिस तरह से चुनाव प्रचार का तरीका अपनाया जा रहा है और अफवाहों का बाज़ार गर्म है, उससे यह अनुमान लगाना कठिन हो गया है कि चुनाव समाप्त होने तक प्रति उम्मीदवार को कितने रूपए खर्च करने पड़ेंगे? चुुनाव आयोग, चुनाव निर्णय अधिकारी, भिवंडी पुलिस उपायुक्त तथा ठाणे ग्रामीण पुलिस अधीक्षक को भी उक्त विषयों को गंंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि शहर का वातावरण शांत रहे|