नशे के सौदागरों पर पुलिस की कार्रवाई

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मुंबई(सर्वजीत सोनी)-हमारे समाज में नशे को सदा बुराइयों का प्रतीक माना और स्वीकार किया गया है| लेकिन आजकल नशा यानी ड्रग्स लेना फैशन बनता जा रहा है| जबकि ड्रग्स को सभी बुराइयों का जड़ माना गया है| ड्रग्स के सेवन से मानव के विवेक के साथ सोचने समझने की शक्ति नष्ट हो जाती है| ड्रग्स लेने वाला अनेक बीमारियों से ग्रसित हो जाता है| आंकड़े बताते हैं कि कुछ सालों में ड्रग्स सेवन में काफी इजाफा हुआ है| अमीर से गरीब और युवा पीढ़ी इस लत के शिकार हो रहे हैं| युवाओं में नशे के बढ़ते चलन के पीछे बदलती जीवन शैली, एकाकी जीवन, बेरोजगारी और आपसी कलह जैसे अनेक कारण हो सकते हैं| एक रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण एशिया में भारत मादक पदार्थों का सबसे बड़ा बाजार बनता जा रहा है| २००९-११ में १.४ अरब डॉलर के ड्रग का कारोबार भारत में हुआ| इन आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में नशे के कारोबार में किस हद तक सक्रिय हैं|
नशे के सौदागरों पर अब मुंबई पुलिस ने कमर कस ली है| गए मंगलवार को पुलिस ने अपने मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर छापा मारकर ३ लोगों को ड्रग्स का नशा करते वक्त पकड़ लिया| जिसमें एक महिला और २ पुरुष थे| पुलिस की पूछताछ के बाद अब मंजूर राहत अली सैयाद का नाम सामने आया, जो दक्षिण मुंबई में बड़े पैमाने पर ड्रग्स की तस्करी करता है|
नागपाड़ा पुलिस ने शनिवार को आरोपी मंजूर राहत अली सैय्यद को गिरफ्तार कर लिया| बता दें कि मंजूर राहत दक्षिण मुंबई में ड्रग्स की तस्करी करता है| दक्षिण मुंबई के कई पुलिस स्टेशनों में मंजूर राहत अली के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं| इन ड्रग्स तस्करों से पिला हॉउस के स्थानीय लोग काफी परेशान थे| फिलहाल आरोपी को कोर्ट ने जेल कस्टडी में भेज दिया है| वहीं मंजूर राहत अली के तार तारीक परवीन से जुड़े हैं, बता दें कि तारीक परवीन गैंग्सटर छोटा शकील का करीबी माना जाता है और वहीं से ड्रग्स तस्करी के तार जुड़े हैं| अब देखना है कि मुंबई पुलिस नशे का जहर बेचने वालों पर लगाम लगा पाती है या नहीं?

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