उल्हासनगर : उल्हासनगर की सड़कों के गड्ढों को भरने और दुकानों के बाहर दुकानदार द्वारा किये गए अतिक्रमण को हटाने की मांग को लेकर आज विभिन्न रिक्शा यूनियन ने रिक्शा बंद आंदोलन किया| शहर में रिक्शा बंद होने की वजह से लोग परेशान हो गए शहरवासियों की परेशानी को देखते आयुक्त ने यूनियन पदाधिकारियों से बातचीत कर उनकी मांगों को तत्काल पूर्ण करने का आश्वाशन दिया, आयुक्त के आश्वाशन के बाद शाम को रिक्शा यूनियन ने बंद वापस ले लिया|
रामाकांत चौहान ऑटो रिक्शा-चालक मालक यूनियन के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह भुल्लर उर्फ पिंकी ने बताया कि शहर की मुख्य सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढो की वजह से शहर में यातयात की समस्या के साथ साथ रिक्शा खराब होकर गैरेज में पहुच जा रही है| जिससे गरीब रिक्शा चालकों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा था| गणेश उत्सव के दरम्यान सड़कों के गड्ढों को भरने का आश्वासन महानगर पालिका ने दिया था, परन्तु पाटोल का साढ़े ५ करोड़ का ठेका ५(२)(२) के तहत देने की वजह से बवाल मच गया था,नतीजतन पाटोल का ठेका आयुक्त निंबालकर ने अपने अधिकार के तहत रद्द कर दिया था|
दो बार लगातार अल्टीमेटम देने के बाद भी जब सड़कों के गड्ढों को भरने का काम शुरू नहीं किया गया, इसलिए सुबह से रमाकांत रिक्शा चालक-मालक के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह भुल्लर उर्फ पिंकी, शहीद मारुति जाधव रिक्शा यूनियन अध्यक्ष शेखर यादव, राजा पाटिल, रिपब्लिकन पार्टी यूनियन अध्यक्ष जगदीश करौतिया उर्फ रिक्षा तथा मेन्स ऑटोरिक्शा यूनियन के संदीप गायकवाड़ ने बंद घोषित कर दिया| सुबह से ही रिक्शा यूनियन के बंद की जानकारी जैसे ही आयुक्त निंबालकर को मिली वैसे ही रिक्शा यूनियन के शिष्टमंडल से आयुक्त ने अपने कार्यालय में बुलाकर उनकी मांगें सुनी| इस दरम्यान रिक्शा यूनियन के साथ विरोधी पक्ष नेता धनंजय बोडारे भी मौजूद थे| यूनियन की मांगें सुनने के बाद आयुक्त ने तुरंत शहर के गड्ढों को भरने का निर्देश दिया| इसके अलावा शांति नगर से शिवाजी चौक तक स्थित कार सिंगार दुकानदारों तथा शांतिनगर से डाल्फिन होटल तक सड़कों के किनारे खड़े होने वाली ट्रकों से यातायात व्यवस्था बिगड़ती है| इसलिए ऐसे दुकानदारों और सड़कों पर व्यवधान पैदा करने वालों पर कारर्र्वाई की मांग की थी| इस मांग पर भी आयुक्त ने कार्रवाई करने का आदेश पद पथककर्मियों को दिया, आयुक्त के आश्वासन के बाद रिक्शा यूनियन ने बंद वापस लेकर रिक्शा शुरू करवाई|
रामाकांत चौहान ऑटो रिक्शा-चालक मालक यूनियन के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह भुल्लर उर्फ पिंकी ने बताया कि शहर की मुख्य सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढो की वजह से शहर में यातयात की समस्या के साथ साथ रिक्शा खराब होकर गैरेज में पहुच जा रही है| जिससे गरीब रिक्शा चालकों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा था| गणेश उत्सव के दरम्यान सड़कों के गड्ढों को भरने का आश्वासन महानगर पालिका ने दिया था, परन्तु पाटोल का साढ़े ५ करोड़ का ठेका ५(२)(२) के तहत देने की वजह से बवाल मच गया था,नतीजतन पाटोल का ठेका आयुक्त निंबालकर ने अपने अधिकार के तहत रद्द कर दिया था|
दो बार लगातार अल्टीमेटम देने के बाद भी जब सड़कों के गड्ढों को भरने का काम शुरू नहीं किया गया, इसलिए सुबह से रमाकांत रिक्शा चालक-मालक के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह भुल्लर उर्फ पिंकी, शहीद मारुति जाधव रिक्शा यूनियन अध्यक्ष शेखर यादव, राजा पाटिल, रिपब्लिकन पार्टी यूनियन अध्यक्ष जगदीश करौतिया उर्फ रिक्षा तथा मेन्स ऑटोरिक्शा यूनियन के संदीप गायकवाड़ ने बंद घोषित कर दिया| सुबह से ही रिक्शा यूनियन के बंद की जानकारी जैसे ही आयुक्त निंबालकर को मिली वैसे ही रिक्शा यूनियन के शिष्टमंडल से आयुक्त ने अपने कार्यालय में बुलाकर उनकी मांगें सुनी| इस दरम्यान रिक्शा यूनियन के साथ विरोधी पक्ष नेता धनंजय बोडारे भी मौजूद थे| यूनियन की मांगें सुनने के बाद आयुक्त ने तुरंत शहर के गड्ढों को भरने का निर्देश दिया| इसके अलावा शांति नगर से शिवाजी चौक तक स्थित कार सिंगार दुकानदारों तथा शांतिनगर से डाल्फिन होटल तक सड़कों के किनारे खड़े होने वाली ट्रकों से यातायात व्यवस्था बिगड़ती है| इसलिए ऐसे दुकानदारों और सड़कों पर व्यवधान पैदा करने वालों पर कारर्र्वाई की मांग की थी| इस मांग पर भी आयुक्त ने कार्रवाई करने का आदेश पद पथककर्मियों को दिया, आयुक्त के आश्वासन के बाद रिक्शा यूनियन ने बंद वापस लेकर रिक्शा शुरू करवाई|