सर्विस सेंटर में धुलाई जाती है पुलिस की गाड़ियां
डोंबिवली :- ( मिथिलेश गुप्ता ) एक तरफ कल्याण-डोंबिवली के ग्रामीण भागों के नागरिक पानी समस्या से जुझ रहे है, दूसरी तरफ महाराष्ट्र औद्योगिक विकास महामंडल के नाक के नीचे से मोटी पाइपलाइन से बिंदास लाखों लीटर पानी की चोरी हो रही है| कल्याण शिलफाटा रोड, बदलापूर पाइपलाइन रोड व काटई टोलनाका के परिसर हायवे के बगल में कार सर्विस सेंटर, ढाबे, हॉटेल और कारखानों में अनधिकृत नल जोड़कर पानी चोरी करते है| वहीं रहिवासियों को पानी कटौती और पानी की समस्या का सामना कर पड़ रहा है| विशेष इस सर्विस सेंटर में पुलिस की गाड़ियां भी धुलाई जाती है| पुलिस, एमआयडीसी अधिकारियों और पानी चोरों की मिलीभगत से हर दिन लाखों लीटर पानी चुराया जा रहा है, जिससे एमआयडीसी का गैरजिम्मेदाराना कारभार दिखाई दे रहा है| एमआयडीसी के पाइपलाइन बारवी धरण के नेवाली नाका, बदलापूर, अंबरनाथ, खोनी गांव से कल्याण- शिलफाटा काटई नाका से लोंढामार्ग से आगे की तरफ जाता है, इस पाइपलाइन में २४ घंटे पानी भरा रहता है| अंबरनाथ से शिलफाटा लगभग १० किलोमीटर के परिसर में अनेक कार सर्विस सेंटर है , जहां सर्विस सेंटर के मालिक बिंदास पाइपलाइन में से अनधिकृत नल जोड़कर गाड़ियां धोकर अपना जेब गरम करते है| बदलापूर पाइपलाइन रोड व काटई टोलनाका परिसर में बहुत ही कार सर्विस सेंटर सत्ताधारी पार्टी का एक पदाधिकारी चलाता है, ऐसी जानकारी एक ग्रामस्थ ने नाम न बताने के शर्त पर दी है| परिसर के हॉटेल, ढाबे, भाजीपाला खेती करने वाले किसान भी एमआयडीसी के पाइपलाइन के पानी पर निर्भर है| परिसर के अनेक कारोबारी पाइपलाइन में छेद करके २४ घंटे पानी का इस्तेमाल करते है| इस बात की जानकारी महामंडल के अधिकारी को भी है , उसके अनुसार कार्रवाई भी की गई थी| पाइपलाइन के देखभाली के लिए सुरक्षारक्षक तैनात करने का निर्णय भी एमआयडीसी ने लिया था| लेकिन ये सभी घोषणाएं हवा में रह गई, इस समय बड़े पैमाने में खुलेआम पानीचोरी हो रहा है| पुलिस और एमआयडीसी अधिकारी इस पर नियंत्रण करने में असमर्थ होने की बात स्पष्ट हुई है|
दिखावटी कार्रवाईइस बारे में एमआयडीसी के कार्यकारी अभियंता संजय ननवरे का कहना है कि, इस परिसर में पहले भी कार्रवाई हुई है और सर्विस सेंटर के मालिक बगल के खदान से पानी लेते है| लेकिन यहां की वास्तविकता कुछ और बया करती है, ये कार्रवाई सिर्फ दिखावे की कार्रवाई करते है, ऐसा यहां के रहिवासियों का कहना है|
आज ग्रामीण भाग में लोगों को पीने के लिए पानी नहीं है लेकिन सड़क के किनारे पाइपलाइन फूटने और अवैध नल जोड़ने से लाखों लीटर का पानी हर दिन बर्बाद हो रहा है|नागरिक बोरिंग का पानी पीने को मजबुर है, बोरिंग का पानी दुषित होता है ऐसे पानी से नागरिकों के आरोग्य को खतरा हो सकता है और प्रशासन नागरिकों के आरोग्य से खिलवाड़ करती नजर आ रही है| वही प्रभागसमिती अध्यक्ष पद पर भाजपा की नगरसेविका है जो जनता की आवाज प्रशासन के कानों तक पहुंचाने में असमर्थ दिखाई दे रही है| आने वाले समय में पानी चोरी रोक कर गांव की पानी समस्याएं दूर नहीं की गई तो नागरिक प्रशासन के खिलाफ आक्रमक भूमिका उठा सकते है, ऐसा नागरिकों का कहना है|