फर्ज़ी जाति प्रमाण पत्र के सहारे लिया था एडमीशन
मुंबई: मुंबई के मशहूर जेजे हास्पिटल ( ग्रांट मेडिकल कालेज ) के चार MBBS डाक्टरों के खिलाफ़ स्थानी पुलिस थाना जेजे मार्ग में फर्ज़ीवाड़ा, धोखाधड़ी,फर्ज़ी दस्तावेज़ के सहारे MBBS में एडमीशन लेने के आरोप में मामला दर्ज किया गया हैं। जिन डाक्टरों के खिलाफ़ मामला दर्ज किया गया है उनके नाम सय्यद चांदनी अली मंजर, खान तौसीफ़ तय्यब, खान आफरीन रईस असलम, कुमारी सईद बीनीरा मुमताज़ हैदर है। मामला दर्ज होने के बाद अब तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया। जेजे मार्ग पुलिस थाने सीनियर पीआई शिरीष गायक्वाड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि हमने फर्ज़ी दस्तावेज़ो के सहारे MBBS में एडमीशन लेने वाले 4 लोगों के खिलाफ़ आईपीसी की धारा 420,465,467,468,471 के तहेत दो एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने इन धाराओं के साथ साथ महाराष्ट्र अधिनियम 2001 अनुक्रमांक 23 (धारा 10,11,12) के तहेत भी मामला दर्ज किया है। एक एफआईआऱ में एक आरोपी है जबकी दूसरी एफआईआर में कुल तीन आरोपी हैं। दोनों एफआईआर के 4 आरोपियों में से 3 की MBBS की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं जबकि एक आरोपी डॉक्टर की पढ़ाई अभी चल रही है।इससे पहले जेजे मार्ग पुलिस थाने में इस तरह के कई मामले दर्ज किए गए हैं। साल 2000 से लेकर 2016 तक महाराष्ट्र छात्रों ने फर्ज़ी तरीके से पिछड़ी जाति का प्रमाणपत्र बनवा कर के MBBS कोर्स में एडमीशन लिया। इनका मास्टर माइंड डा. वहाब मिर्ज़ा है जिस पर 10 से ज्यादा मामले मुंबई में दर्ज है मिर्ज़ा को पुलिस लंबे समय से तलाश कर रही है लेकिन वह पुलिस की पहुंच से बाहर है। मिर्ज़ा ने पिछड़ी जाती के सैकड़ों फर्ज़ी प्रमाणपत्र बनवा कर कई लोगों का MBBS जैसे कोर्स में एडमीशन दिलवाया। जेजे मार्ग पुलिस थाने में मशहूर ग्रांट मेडिकल कॉलेज में भी इस डॉक्टर के ज़रिए बनाए गए पिछड़ी जाती के प्रमाण पत्र के माध्यम से तकरीबन 16 छात्रों ने MBBS में दाखला लिया था जो कि मामला दर्ज किए जाने के बाद गिरफ्तार किए गए हैं।
फर्ज़ी प्रमाणपत्र के ज़रिए डा. वहाब मिर्ज़ा ने तकरीबन 100 करोड़ की संपत्ती बनाई है। मामला दर्ज होने के बाद से वह फ़रार है और उसके साथ उसकी एक पत्नी भी फ़रार है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने की काफी कोशिश की लेकिन नाकामी हाथ लगने की वजह से शातिर डॉक्टर को वांटेड घोषित कर पोस्टर लगा कर लोगों से गुहार लगाई गई है। डॉक्टर वहाब मुंबई के अग्रीपाड़ा इलाके में रहता था और उसकी 4 पत्नियां है। मामला दर्ज होने के बाद से उसने घर छोड़ कर भाग गया।