स्थानीय नगरसेवक किरण लांडगे की मौजूदगी में हुई यह घटना
आला पुलिस अधिकारियों ने इस मामले पर चुप्पी साधी
मुंबई- घाटकोपर (प.) के असल्फा विलेज में 50 वर्षीय भाजी विक्रेता असलम के साथ दो पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से मारपीट की. यहां तक कि एक पुलिस कर्मी ने लादी से उसके सिर पर मारने का प्रयास किया. यह सब कुछ स्थानीय नगरसेवक किरण लांडगे की मौजूदगी में हुआ. पहले तो लांडगे मूकदर्शक बने रहे, लेकिन जब एक पुलिसकर्मी ने लादी उठाकर असलम को मारने का प्रयास किया, तब लांडगे समेत कुछ लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की.
घाटकोपर (प.) के पारशीवाड़ी में असलम, बेटे समीर और अब्दुल के साथ किराए के घर में रहते हैं. उत्तर प्रदेश के मूल रूप से रहने वाले असलम असल्फा विलेज के भाजी मार्केट में पिछले चार साल से सब्जी बेचने का धंधा कर रहे थे. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए शहर में लाॅकडाउन लगाया गया, लेकिन सब्जी विक्रेताओं, दूध और राशनिंग दुकान समेत अत्यावश्यक सामानों के विक्री पर रोक नहीं लगाई गई है. सोशल डिस्टेंसी बनाए रखने के साथ सब्जी,दूध और राशनिंग सामान बेचने की इजाजत दी गयी है. इसके बावजूद घाटकोपर पुलिस अधिक भीड़ होने के नाम पर आए दिन सब्जी विक्रेताओं और राशनिंग सामान बेचने वालों के साथ मारपीट करती है. गुरुवार को दोपहर 12 बजे घाटकोपर पुलिस स्टेशन के कुछ पुलिसकर्मी आए और सभी सब्जी विक्रेताओं के साथ मारपीट करने लगे.उस समय असलम का बेटा समीर सब्जी बेच रहा था. उसने एक पुलिसकर्मी का डंडा पकड़ लिया और बोला कि साहब मारते क्यों हो? धंधा बंद करने जा रहा हूं. यही उससे गुनाह हो गया और समीर के साथ ही पिता असलम पर पुलिस ने अपने वर्दी का सारा रोब उतार दिया.
पुलिस ने बेटे के साथ पिता को बुरी तरह से पीटा. पुलिस जब समीर के पिता को बेरहमी से पीट रही थी, तो एक व्यक्ति ने पूरी वारदात का वीडियो बनाया और उसे वायरल कर दिया. जब वीडियो मीडिया में आयी, तो घाटकोपर पुलिस ने गुरुवार की रात को असलम और उनके बेटे समीर को घर से उठाकर ले गयी. बाद में उनके खिलाफ पुलिस के साथ मारपीट का मामला दर्ज गिरफ्तार कर लिया. परिमंडल-7 के पुलिस उपायुक्त परमजीत सिंह दहिया वीडियो में जो दिख रहा है, उसे सच्चाई नहीं मानते है. वारदात के वक्त मौजूद स्थानीय नगरसेवक किरण लांडगे का कहना है कि पुलिस का किसी को इस तरह मारना उचित नहीं है. उन्होंने बीच बचाव की कोशिश की.