सुरेश चौहान
उल्हासनगर- उल्हासनगर कैंप 4 में संभाजी चौक पर जीजामाता कॉलोनी में रहने वाले एक व्यक्ति का कोरोना परीक्षण पॉजिटिव आया है, यह व्यक्ति मुंबई पुलिस बल का कर्मचारी है, इससे उल्हासनगर शहर में कोरोना मरीजों की संख्या तीन हो गई है. पिछले हफ्ते उल्हासनगर कैंप 5 में एक भीड़-भाड़ वाले इलाके में कोरोना का मरीज पाया गया था. उसके उपचार के दौरान ही अब उल्हासनगर कैम्प 4 में संभाजी चौक पर जीजामाता कॉलोनी क्षेत्र में एक पोज़िटिव मरीज पाया गया है. जीजामाता कॉलोनी के पास का एक बड़ा हिस्सा भीड़-भाड़ वाली झोपड़पट्टी है, इसलिए यहां कोरोना का प्रसार होने पर उसको नियंत्रित करना मुश्किल होगा.मुंबई में यह बीमारी तेजी से फैल रही है, हर 6.6 दिन में मरीजों की संख्या दोगुनी हो रही है. ठाणे और मीरा भायंदर के बीच का प्रसार चिंता का विषय है. मुंबई और उसके उपनगरों में कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण उल्हासनगर के निवासी या उल्हासनगर के निवासियों के रिश्तेदार शहर में छुप कर घुसने की कोशिश कर रहे है. नागरिकों से कहा जाता है कि वे रिश्तेदारों के पास न जाएं और न ही रिश्तेदारों को बुलाएं. लेकिन बार-बार अपील के बावजूद ऐसा हो रहा है, मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने कहा कि यह एक चिंता का विषय है और इसे समय पर रोका जाना चाहिए.
जैसे ही नगरपालिका प्रशासन ने सहायक पुलिस आयुक्त धूला टेले को सूचित किया कि उल्हासनगर कैंप 4 में संभाजी चौक पर जीजामाता कॉलोनी में रहने वाले एक व्यक्ति का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव है, उन्होंने तुरंत विट्ठलवाडी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक रमेश भामे और मनपा के सहायक आयुक्त गणेश शिम्पी के साथ जाकर एहतियात के तौर परिसर को सील करवा दिया.
शहरवासियों के हाथ से समय अभी तक नहीं गुजरा है। हम अभी भी अपने क्षेत्र के लोगों को अनुशासित कर सकते हैं। शहर तभी बच सकता है जब हम कम से कम 20 मई तक इस बीमारी को नियंत्रण में रखें। अन्यथा यह कहना मुश्किल है कि इस शहर को कौन बचाएगा।