नई दिल्लीः कोरोना को लेकर जब तक इसका इलाज नहीं खोजा जाता, इसे लेकर भ्रम और सवालों की स्थिति हमेशा बनी रहेगी. अभी तक इसके लक्षणों को लेकर भी सटीक जानकारी नहीं मिल सकी है और संक्रमित लोगों में दिखे अलग-अलग लक्षणों के आधार पर कोरोना के लक्षण बताए गए हैं. लेकिन अब सामने आई एक और नई जानकारी ने लोगों को हिलाकर रख दिया है. एक शोध में कोरोना संक्रमित पुरुषों के स्पर्म में कोरोना वायरस मिले हैं.
एक चीनी अस्पताल में कोरोना वायरस रोगियों पर किए गए एक अध्ययन का निष्कर्ष गुरुवार को जेएएमए नेटवर्क ओपन मेडिकल जर्नल में प्रकाशित किया गया है. कोरोना श्वसन की बूंदों या संपर्क से फैलता है. यह वायरस मल, लार और मूत्र में भी पाया गया है. चीन के एक अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों पर यह शोध किया गया है, जिसे गुरुवार को जेएएमए (जामा नेटवर्क) नेटवर्क ओपन मेडिकल जर्नल में प्रकाशित किया गया है.
अब सवाल उठ रहा है कि क्या कोरोना वायरस सेक्सुअल रिलेशन से भी हो सकता है. हालांकि यह सवाल उठना इतना लाजिमी नहीं है, क्योंकि आपको संक्रमण के पहले दिन से ही आइसोलेशन, क्वारंटाइन और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे शब्दों से रूबरू कराया गया है.
एक चीनी अस्पताल में कोरोना वायरस रोगियों पर किए गए एक अध्ययन का निष्कर्ष गुरुवार को जेएएमए नेटवर्क ओपन मेडिकल जर्नल में प्रकाशित किया गया है. कोरोना श्वसन की बूंदों या संपर्क से फैलता है. यह वायरस मल, लार और मूत्र में भी पाया गया है. चीन के एक अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों पर यह शोध किया गया है, जिसे गुरुवार को जेएएमए (जामा नेटवर्क) नेटवर्क ओपन मेडिकल जर्नल में प्रकाशित किया गया है.
अब सवाल उठ रहा है कि क्या कोरोना वायरस सेक्सुअल रिलेशन से भी हो सकता है. हालांकि यह सवाल उठना इतना लाजिमी नहीं है, क्योंकि आपको संक्रमण के पहले दिन से ही आइसोलेशन, क्वारंटाइन और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे शब्दों से रूबरू कराया गया है.
जब हर किसी 3 फीट तक की मिनिमम दूरी रखनी है तो फिर ऐसे में सेक्सुअल रिलेशन की बात ही कहां आती है. फिर भी यह सवाल जरूर है कि कोरोना से संक्रमित रह चुके व्यक्ति का सीमेन कब तक कोरोना पॉजिटिव रह सकता है? सामने आई नई जांच के बाद कहा जा रहा है कि सेक्शुअल रिलेशन से भी कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है.
6 मरीजों के स्पर्म में कोरोना वायरस
चीन के शांगक्यू म्युनिसिपल हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना वायरस से संक्रमित 38 पुरुष मरीजों की जांच में ये बात सामने आई है. इनमें से 6 मरीजों के स्पर्म में कोरोना वायरस का संक्रमण मिला है. वैज्ञानिकों का कहना है कि ये निष्कर्ष प्रारंभिक हैं और बहुत ही कम लोगों पर ये शोध किया गया है.
चीन के शांगक्यू म्युनिसिपल हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना वायरस से संक्रमित 38 पुरुष मरीजों की जांच में ये बात सामने आई है. इनमें से 6 मरीजों के स्पर्म में कोरोना वायरस का संक्रमण मिला है. वैज्ञानिकों का कहना है कि ये निष्कर्ष प्रारंभिक हैं और बहुत ही कम लोगों पर ये शोध किया गया है.
ऐसे में ये कहना अभी मुश्किल है कि सेक्शुअल रिलेशन से कोरोना का संक्रमण फैल सकता है या नहीं. इसके लिए ज्यादा लोगों की जांच करने की जरूरत होगी. यह स्टडी जामा नेटवर्क (JAMA Network) में प्रकाशित हुई है.
संक्रमण का खतरा कितने दिन तक, जांच जारी
इस शोध को लेकर ब्रिटेन के शेफील्ड यूनिवर्सिटी में एंड्रोलॉजी के प्रोफेसर एलेन पैसी का कहना है कि Covid-19 सेक्शुअली ट्रांसमिट होता है कि नहीं, अभी तक इसके कोई पुख्ता परिणाम नहीं मिले हैं. उन्होंने कहा कि हमें यह भी देखने की जरूरत है कि कोरोना वायरस स्पर्म के अंदर सक्रिय है या नहीं.
इस शोध को लेकर ब्रिटेन के शेफील्ड यूनिवर्सिटी में एंड्रोलॉजी के प्रोफेसर एलेन पैसी का कहना है कि Covid-19 सेक्शुअली ट्रांसमिट होता है कि नहीं, अभी तक इसके कोई पुख्ता परिणाम नहीं मिले हैं. उन्होंने कहा कि हमें यह भी देखने की जरूरत है कि कोरोना वायरस स्पर्म के अंदर सक्रिय है या नहीं.
अगर ऐसा है तो यह मरीज के स्पर्म के अंदर कितने समय सक्रिय रहता है. क्या उससे वाकई संक्रमण का खतरा है?
इबोला और जीका वायरस के केस में भी ऐसा ही था
पैसी का मानना है कि इस बात से आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि ये वायरस संक्रमित पुरुष के स्पर्म में भी पाया जाता है. उन्होंने कहा कि इबोला और ज़ीका वायरस के केस में भी ऐसा ही थी. उन्होंने कहा कि पुरुष प्रजनन पर Covod-19 के दीर्घकालिक प्रभाव के बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
पैसी का मानना है कि इस बात से आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि ये वायरस संक्रमित पुरुष के स्पर्म में भी पाया जाता है. उन्होंने कहा कि इबोला और ज़ीका वायरस के केस में भी ऐसा ही थी. उन्होंने कहा कि पुरुष प्रजनन पर Covod-19 के दीर्घकालिक प्रभाव के बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है.