- स्वास्थ्य मंत्री टोपे की बैठक में सामने आया मामला
- खबर आने के बाद मनपा प्रशासन में मची खलबली, स्वास्थ्य मंत्री पर भी खतरा!
- मालेगांव में तैनात जालना व अमरावती की पुलिस भी मिले कोरोना पॉजिटिव
स्नैपशॉट
बुधवार को 11 मरीज़ पोजिटिव पाए गए600 से ज्यादा है संक्रमित शहर में
मालेगांव. कोरोना प्रकोप की समीक्षा करने मालेगांव गए स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के साथ चौंकाने वाले घटना हुई। शहर में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करने के बाद राजेश टोपे ने सरकारी अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में उपस्थित मनपा के आयुक्त और उपायुक्त (स्वच्छता) कोरोना संक्रमित पाए गए है। विशेष बात यह है कि बैठक के दौरान यह जानकारी सामने आई। इसलिए तुरंत दोनों अधिकारी बैठक से बाहर चले गए। इस खबर के सामने आते ही मनपा प्रशासन में खलबली मच गई है. कुछ ही दिनों पहले अमरावती में जिला प्रशासन अधिकारी को मालेगांव मनपा का आयुक्त बनाकर किशोर बोर्डे की जगह पर भेजा गया था. अपना पद स्वीकारने के बाद आयुक्त ने अनेक कर्मचारियों और अधिकारियों पर गैर हाजिर रहने के मामले में गुनाह दर्ज कराया था. आपको बता दें कि बुधवार की दोपहर 40 मरीजों की रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 23 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है वहीं 11 मरीज़ पोजिटिव पाए गए हैं. इनमें से 6 रिपोर्ट दूसरी जांच में भी पोजिटिव पाई गई है. इन 11 पोजिटिव मरीजों में मालेगांव मनपा के आयुक्त और सहायक आयुक्त का भी समावेश है. दोनों वरिष्ठ अधिकारियों के कोरोना का शिकार होने से मनपा प्रांगण में खलबली मची हुई हैं वहीं स्वास्थ्य यंत्रणा की चिंता पर एक बड़ा प्रश्न चिन्ह लग गया है.
आपको बता दें कि शहर में बढ़ते कोरोना के मरीजों के कारण पूरे राज्य की नजर मालेगांव पर टिकी हुई है. इसी विषय में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने फिर एक बार मालेगांव शहर का दौरा किया. उनकी उपस्थिति में विधायक एवं कृषि मंत्री दादा भुसे के साथ मध्य के विधायक मौलाना मुफ्ती और प्रशासन के सभी अधिकारियों की एक बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में आयुक्त खुद भी हाजिर थे. लेकिन इस बैठक में उनके कोरोना से बाधित होने की बात सामने आते ही वे बैठक से चले गए. 2 दिन पहले ही आयुक्त और कृषि मंत्री दादा भुसे ने साथ मिलकर कोरोना से बाधित मरीजों से मुलाकात की थी.