सुरेश चौहान
उल्हासनगर रेलवे स्टेशन के पास 6 घर किन्नरों की बस्ती है। ये किन्नर उल्हासनगर शहर के अलावा रेलवे में भिक्षा मांगकर अपना भरण-पोषण करते थे। 22 मार्च, 2020 से कोरोना के चलते शहर व मुंबई की लाइफलाइन कही जानेवाली गाड़ियों की रफ्तार थम जाने के कारण किन्नर परिवार भी भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। किन्नरों की दशा, व्यथा की जानकारी मिलते ही शिवसेना सांसद डॉक्टर श्रीकांत शिंदे द्वारा 15 दिन के लिए तैयार की गई अन्न व राहत सामग्री लेकर शिवसेना के पदाधिकारी किन्नरों की मदद के लिए पहुंच गए।
उल्हासनगर शिवसेना के उल्हासनगर विधानसभा के संगठक सागर उटवाल ने बताया कि पूरे महाराष्ट्र मे लॉकडाउन के दरम्यान परिसर के सभी पदाधिकारियों से किसी भी व्यक्ति को भूखे न रहना पड़े, इस प्रकार का आदेश मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिया है। मुख्यमंत्री के आदेश को मानते हुए पालकमंत्री एकनाथ शिंदे व सांसद डॉक्टर श्रीकांत शिंदे के मार्गदर्शन पर कोरोना से परेशान लोगों की मदद में लग गए हैं। उल्हासनगर में शिवसेना ने कोने-कोने तक राहत सामग्री पहुंचाई। गरीबों, मजदूरों, अपंग, डॉक्टर, रिक्शाचालक सभी लोगों को मास्क, सुरक्षा किट, सैनिटाइजर, अनाज, भोजन का वितरण यथायोग्य किया। उसी क्रम में उल्हासनगर रेलवे स्टेशन के बगल में रहनेवाले 6 किन्नरों को अनाज का वितरण किया गया। अनाज वितरण के समय पूर्व नगरसेवक जाफर चौधरी, सोनू गुप्ता आदि लोग उपस्थित थे।