शहर भर की रोड की लंबाई 61.94 किलोमीटर है,
पिछले पाच सालों में रोड के गड्डे भरने के लिए 36 करोड 34 लाख रुपये खर्च किया गया है।
उसके बावजूद शहर के रोड की अवस्था विकट है.
समाजसेवी मित्र श्री रोहित सालवे द्वारा गतवर्ष ली गयी जानकारी के अनुसार पिछले 10 सालों में रोड़ के गड्ढों की वजह से हुई दुर्घटनाओं में 164 लोगो की मौत हुयी है जिनमे पत्रकार, समाजसेवक, डॉक्टर, महिला, बुजुर्ग बच्चे शामिल है, तो इसीके साथ 10 सालों में 560 लोग जख्मी हुए, यही नही गड्ढे की वजह से मरने वालों की संख्या भी कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है।
समाजसेवी मित्र श्री रोहित सालवे द्वारा गतवर्ष ली गयी जानकारी के अनुसार पिछले 10 सालों में रोड़ के गड्ढों की वजह से हुई दुर्घटनाओं में 164 लोगो की मौत हुयी है जिनमे पत्रकार, समाजसेवक, डॉक्टर, महिला, बुजुर्ग बच्चे शामिल है, तो इसीके साथ 10 सालों में 560 लोग जख्मी हुए, यही नही गड्ढे की वजह से मरने वालों की संख्या भी कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है।
मनपा द्वारा गड्ढे भरने के लिए कुछ ठेकेदारो को ही हमेशा काम दिया जाता है, इसके लिए जो निविदा मंगाते है उस निविदा में दी गई गए नियम के अनुसार काम होता नही है और ठेकेदार के काम की जांच मनपा के सार्वजनिक बांधकाम विभाग के द्वारा गंभीर तरीके से नही किया जा रहा है यही कारण है कि पहली ही बारिश में रोड़ में गड्ढों की भरमार हो जाती है, इस संदर्भ में मनपा प्रशासन से कई बार शिकायत करने के, आंदोलन करने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कारवाई नही होती है।