प्रधानमंत्री मोदी ने 25 मार्च को अपने चुनाव क्षेत्र बनारस के लोगों से बातचीत करते हुए कहा था, ‘18 दिनों में महाभारत जीता गया था। कोरोना को जीतने के लिये वो देश से 21 दिन माँग रहे हैं।’ यानी मोदी को यह भरोसा था कि कोरोना का संकट कोई भयानक संकट नहीं है और वह 21 दिन में इस संकट पर क़ाबू पा लेंगे। उनका अंदाज़ सुभाष चंद्र बोस वाला था - ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा’। तुम मुझे 21 दिन दो मैं तुम्हे कोरोना मुक्त भारत दूँगा। मोदी की वक्तृत्वकला की मुरीद पूरी दुनिया है। यह वह वक़्त था जब देश उनसे उम्मीद कर रहा था कि वह महामानव की अपनी छवि के अनुरूप देश को कोरोना के संकट से उबार देंगे। उनके भक्त शायद पूरी तरह से आश्वस्त थे कि मोदी के रहते कोरोना देश का बाल भी बाँका नहीं कर सकता। पर 6 महीने बाद आज स्थिति वह नहीं है, भक्तों की बॉडी लैंग्वेज ढीली पड़ गयी है, बड़ी-बड़ी डींगें मारने वाले रक्षात्मक मुद्रा में हैं। हक़ीक़त यह है कि पिछले दो महीनों में हालात बेहतर होने की जगह बदतर हुए हैं।
देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा मंगलवार को 50 लाख के पार हो गया। अमेरिका के बाद भारत दूसरा ऐसा देश है, जहां 50 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। यहां हर 10 लाख लोगों में 42 हजार लोगों की जांच हो रही है और इनमें 3500 लोग संक्रमित पाए जा रहे। संक्रमितों के बढ़ने की अगर यही रफ्तार रही तो अक्टूबर तक अमेरिका को पीछे छोड़ दुनिया में सबसे ज्यादा मरीज भारत में होंगे। यहां अभी हर रोज औसतन 90 हजार लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं। इस हिसाब से 31 अक्टूबर तक 90 लाख मरीज और संक्रमण से मरने वालों की संख्या 95 हजार तक पहुंच सकती है। दिसंबर तक मरीजों की संख्या 1.50 करोड़ और मरने वालों की संख्या 1.84 लाख से ज्यादा हो सकती है।
अक्टूबर में भारत दुनिया का सबसे संक्रमित देश होगा, दिसंबर में 1.50 करोड़ मरीज हो सकते हैं
तारीख | संभावित केस | संभावित मौतें |
30 सितंबर | 65 लाख | 95 हजार |
31 अक्टूबर | 92 लाख | 1.23 लाख |
30 नवंबर | 1.19 करोड़ | 1.53 लाख |
31 दिसंबर | 1.50 करोड़ | 1.84 लाख |
*भारत में अभी हर रोज औसतन 90 हजार मामले बढ़ रहे हैं। अगर यही रफ्तार रही तो दिसंबर तक 1.50 करोड़ का आंकड़ा छू सकता है। *देश में अभी हर रोज 1 हजार मौतें हो रहीं हैं। इस रफ्तार से दिसंबर तक 1.84 लाख लोग जान गंवा सकते हैं।
39 लाख से ज्यादा लोग ठीक हुए, रिकवरी रेट 78% हुआ
शुक्र है 50 लाख संक्रमितों में से 39 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। अभी 10 लाख संक्रमित ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है। देश में संक्रमितों के ठीक होने की दर अब 78% से ज्यादा हो चुकी है। मतलब हर 100 मरीज में 78 लोग ठीक हो रहे हैं। अमेरिका में रिकवरी रेट 59.68% है। यहां हर 100 मरीजों में 59 लोग ठीक हो रहे हैं।
शुक्र है 50 लाख संक्रमितों में से 39 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। अभी 10 लाख संक्रमित ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है। देश में संक्रमितों के ठीक होने की दर अब 78% से ज्यादा हो चुकी है। मतलब हर 100 मरीज में 78 लोग ठीक हो रहे हैं। अमेरिका में रिकवरी रेट 59.68% है। यहां हर 100 मरीजों में 59 लोग ठीक हो रहे हैं।
5.90 करोड़ से ज्यादा लोगों की जांच हुई, इनमें 8.47% संक्रमित मिले
30 जनवरी को पहला केस आने के 109 दिन बाद देश में संक्रमितों का आंकड़ा एक लाख पहुंचा था। बाकी 9 लाख मामले 69 दिन में मिले। फिर मरीजों का यह आंकड़ा 10 से 20 लाख होने में 21 दिन, 20 से 30 लाख होने में 16 दिन लगे। इस बार 30 से 40 लाख केस होने में 13 और 40 से 50 लाख संक्रमित मिलने में केवल 11 दिन लगे। अब तक देश में 5.90 करोड़ से ज्यादा लोगों की कोरोना टेस्टिंग हो चुकी है। इनमें 8.47% लोग संक्रमित पाए गए। वहीं, अमेरिका में 50 लाख मामले सबसे कम 199 दिन में बढ़ गए।
30 जनवरी को पहला केस आने के 109 दिन बाद देश में संक्रमितों का आंकड़ा एक लाख पहुंचा था। बाकी 9 लाख मामले 69 दिन में मिले। फिर मरीजों का यह आंकड़ा 10 से 20 लाख होने में 21 दिन, 20 से 30 लाख होने में 16 दिन लगे। इस बार 30 से 40 लाख केस होने में 13 और 40 से 50 लाख संक्रमित मिलने में केवल 11 दिन लगे। अब तक देश में 5.90 करोड़ से ज्यादा लोगों की कोरोना टेस्टिंग हो चुकी है। इनमें 8.47% लोग संक्रमित पाए गए। वहीं, अमेरिका में 50 लाख मामले सबसे कम 199 दिन में बढ़ गए।