- रिटायर्ड नेवी अफसर मदन शर्मा के साथ मारपीट करने वाले 6 शिवसैनिकों को इससे पहले पुलिस स्टेशन से ही जमानत मिल गई थी
गुरुवार को नेवी के पूर्व ऑफिसर मदन शर्मा के साथ हुई मारपीट के मामले में मुंबई पुलिस का यू-टर्न लिया है। मंगलवार को मदन शर्मा की राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से हुई मुलाकत से पहले उनके साथ मारपीट करने वाले 6 शिवसैनिकों को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद सभी को सेशन कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस बार उन्हें धारा 452 (घर में घुसकर मारपीट, चोट पहुंचाने) के तहत गिरफ्तार किया गया है। इस बीच मदन शर्मा ने मंगलवार को अपने परिवार और नेवी के कुछ पूर्व ऑफिसर के साथ राज्यपाल कोश्यारी से मुलाकात की है। शर्मा ने कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
करीब आधे घंटे की मुलाकात के बाद राजभवन से बाहर निकले शर्मा ने कहा,"मेरे साथ जो घटना हुई वो राज्यपाल को बताई और जो धाराएं आरोपियों पर लगी हैं वो कमजोर है। राज्यपाल जी ने कहा है कि हम इस पर कार्रवाई करेंगे। मैंने ये भी मांग की कि सरकार को बर्खास्त करके राष्ट्रपति शासन लगाया जाए,राज्यपाल ने कहा कि वो केंद्र से इस पर बात करेंगे।"
मदन शर्मा ने भाजपा के साथ जुड़ने का किया ऐलान
मदन शर्मा ने कहा,"उन्होंने (शिवसैनिकों) मुझे बात करने के लिए बुलाया था। लेकिन बात नहीं की और ताबड़तोड़ मारना शुरू कर दिया। शिवसैनिक बोल रहे थे कि ये आरएसएस और भाजपा का चमचा है। मैं घोषणा करता हूं कि मैं आज से आरएसएस और भाजपा से जुड़ गया हूं क्योंकि जब मुझे मारा गया तो इनका नाम लेकर इल्जाम लगाया था।
राजनाथ सिंह ने मदन शर्मा से की थी बात
10 सितंबर को शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा उनकी सोसाइटी में बुरी तरह से मारपीट की गई थी, इसमें उनकी आंख में गंभीर चोट आई थी। इस मामले में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व नौसेना अधिकारी से फोन पर बात की थी। रक्षामंत्री ने ट्वीट कर कहा था कि पूर्व सैनिकों पर इस तरह के हमले पूरी तरह से अस्वीकार्य और निंदनीय हैं।
क्या है पूरा मामला?
मुंबई के कांदिवली इलाके में रहने वाले रिटायर्ड नेवी ऑफिसर मदन शर्मा ने गुरुवार को एक कार्टून को वॉट्सऐप पर फॉरवर्ड किया था। इसमें मुख्यमंत्री उद्धव पर तंज कसा गया था। कार्टून में उद्धव के अलावा, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राकांपा प्रमुख शरद पवार के स्केच थे। इसके बाद, शिवसैनिकों ने नेवल ऑफिसर के घर पर हमला बोल दिया और उनके साथ मारपीट की। इसमें उन्हें गंभीर चोटें आईं थी।