- महिला और बाल विकास विभाग की कार्रवाई
- मानपाडा पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ मामला
सी वी निर्मल ठाणे.
अंगणवाडी के बच्चों को दिया जाने वाला सूखे पोषण आहार में हेराफेरी कर उसे टेंपो द्वारा मार्केट में बेचने वाली कल्याण तालुका एकात्मिक विकास प्रकल्प की सुपरवाइजर सुषमा घुगे को निलजे के पास रंगेहाथ पकड़कर मानपाडा पुलिस के हवाले किया गया है. साथ ही उक्त सुपरवाइजर पर धारा 409 और 420 के तहत मामला भी दर्ज करते हुए इसके पास से 59 हजार 813 मूल्य का सामान भी जब्त किया गया है.
उक्त कार्रवाई शनिवार की देर शाम ठाणे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हिरालाल सोनवणे के आदेश पर जला बिछाकर महिला और बालविकास विभाग के अधिकारी संतोष भोंषले, बाल विकास प्रकल्प अधिकारी उषा लांडगे, बालाजी कोरे की टीम ने की. इस कार्रवाई में जिला परिषद सदस्य रमेश पाटिल ने जिला परिषद का सहयोग किया.
जिला परिषद द्वारा मिली जानकारी के अनुसार पकडे गए टेंपो में मसूर, चना, चावल, नमक, हल्दी आदि खाने के पैकेट जब्त किये गए है. जिसका कुल मूल्य 59 हजार 813 रूपए आंकी गई है. महिला व बाल विकास विभाग अधिकारी संतोष भोसले ने बताया कि उक्त खाद्य पदार्थ अंगनवाडी द्वारा छह वर्ष के नीचे के बच्चों, गर्भवती महिलाओं के लिए पूरक पोषण आहार के रूप में वितरित किया जाता है क्योंकि कोरोना का संक्रमण काल चल रहा है इसलिए पकाकर देना मुश्किल हो रहा है. इसलिए सूखा खाद्य पदार्थ महिला व बाल विकास विकास के माध्यम से बांटा जा रहा है.
घटना को गंभीरता से लाया गया है और तत्काल दोषी पर कार्रवाई की गई है. साथ ही प्रशासकीय कार्रवाई करने का निर्देश भी मैंने दिया है. आगे इस प्रकार का जो भी काम करेगा उस भी इसी भी प्रकार की कार्रवाई की जाएगी.
उक्त कार्रवाई शनिवार की देर शाम ठाणे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हिरालाल सोनवणे के आदेश पर जला बिछाकर महिला और बालविकास विभाग के अधिकारी संतोष भोंषले, बाल विकास प्रकल्प अधिकारी उषा लांडगे, बालाजी कोरे की टीम ने की. इस कार्रवाई में जिला परिषद सदस्य रमेश पाटिल ने जिला परिषद का सहयोग किया.
जिला परिषद द्वारा मिली जानकारी के अनुसार पकडे गए टेंपो में मसूर, चना, चावल, नमक, हल्दी आदि खाने के पैकेट जब्त किये गए है. जिसका कुल मूल्य 59 हजार 813 रूपए आंकी गई है. महिला व बाल विकास विभाग अधिकारी संतोष भोसले ने बताया कि उक्त खाद्य पदार्थ अंगनवाडी द्वारा छह वर्ष के नीचे के बच्चों, गर्भवती महिलाओं के लिए पूरक पोषण आहार के रूप में वितरित किया जाता है क्योंकि कोरोना का संक्रमण काल चल रहा है इसलिए पकाकर देना मुश्किल हो रहा है. इसलिए सूखा खाद्य पदार्थ महिला व बाल विकास विकास के माध्यम से बांटा जा रहा है.