उल्हासनगर. अन्य भाषाओं की तरह सिंधी भाषी भी अपनी फिल्म इंडस्ट्री कैसे बना सके, इस सब पर चर्चा करने के लिए निरंतर कोशिश जारी है. इसी क्रम में काजल मूलचंदानी ने वॉइस ऑफ सिंधी, सिंधी की आवाज का आयोजन 9 सितंबर बुधवार की रात 9 बजे किया है. शानदार सिंधी फेसबुक पेज तथा शानदार सिंधी यू ट्यूब चैनल पर यह प्रसारित होगा. स्थापना के समय से यह तीसरा अंतरराष्ट्रीय वेबिनार है.
सिंधी समाज के बडे कारोबारी सिंधी फिल्म उद्योग के लिए एकजुट हों और सिंधी फिल्म उद्योग की स्थापना करें, सिंधी कलाकारों को मंच मिले, उनको अपना हक मिले, एनसीपीएसएल तथा सरकार मिलकर हरसाल सिंधी फिल्में बनाने में सहयोग करे और सिंधी फिल्म उद्योग की स्थापना के लिए एकत्रित होने की अपील काजल मूलचंदानी द्वारा की गयी थी. उनके द्वारा किए पहले वेबिनार में एनसीपीएसएल नई दिल्ली एचआरडी मंत्रालय के वॉइस चेयरमैन घनश्याम कुकरेजा, उत्तरप्रदेश सिंधी अकादमी के उपाध्यक्ष नानकचंद लखमानी, पूर्व वाइस चेयरमैन श्रीकांत भाटिया और जलगांव के पूर्व विधायक गुरुमुख जगवानी ने भाग लिया. पहले आयोजन के साथ ही दूसरे सफल वेबिनार में वरिष्ठ समाजसेवी राम जवाहरानी समेत अनेकों सिंधी साहित्यकारों ब स्टेज कलाकारों ने हिस्सा लिया था. जानकारी के मुताबिक बुधवार 9 सितंबर को होने जा रहे तीसरे वेबिनार में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत फ़िल्म प्रोड्यूसर डेनमार्क निवासी एम हरवानी, केलिफोर्निया अमेरिका के अशोक टेकचंदानी, दुबई से डॉ. बक्सानी और स्पेन के व्यवसायी व समाजसेवी अर्जन नानकानी हिस्सा लेंगे. काजल मूलचंदानी द्वारा जारी एक प्रेस बयान के अनुसार सिंधी समाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला हुआ है और सिंधी साहित्य भी देश विदेश में अपना परचम लहरा रहा है, ऐसे में भारत में सिंधी फ़िल्म इंडस्ट्री की शुरुआत करने के लिए जिस तरह से राज्य और देश के सिंधी साहित्यकार, पत्रकार, उद्योगपति, नेता और कलाकार जुड़ रहे हैं, ऐसे में विदेशों में भी उक्त मांग को ले जाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मांग करना निश्चित ही सराहनीय कार्य होगा, जिससे हमारी सरकार तक बात पहुंचने में आसानी होगी.