मुंबई: बिग बॉस शो हमेशा ही विवादों में रहता है। बिग बॉस 14 (Bigg Boss 14) में भाई-भतीजावाद (nepotism) की बहस के बाद, अब जान कुमार सानू (Jaan Kumar Sanu) की मराठी भाषा (marathi language) पर की गई टिप्पणी से कई लोगों की भौंहें तन गई हैं। बढ़ते विवाद के बीच कलर्स टीवी (Colors TV) ने अपने सोशल मीडिया पेजों के माध्यम से मराठी और महाराष्ट्र में रहने वाले लोगों से माफी मांगी है। इसके बाद बुधवार (28 अक्टूबर) को टेलीकास्ट हुए एपिसोड में बिग बॉस हाउस के कंटेस्टेंट और गायक कुमार सानू के बेटे जान कुमार सानू ने भी मराठी भाषा पर की गई अपनी टिप्पणी के बाद माफी मांगी है। (Jaan Kumar Sanu apologised)
बिग बॉस ने जान को कन्फेशन रूम में बुलाया कर किसी धर्म, जाति और भाषा के ऐसी टिप्पणी करने को लेकर सचेत किया। मराठी भाषा को लेकर अपने दिए बयान पर नेशनल टेलीविजन पर माफी मांगते हुए जान कुमार सानू ने कहा, मैंने जाने-अनजाने में मराठी भाषा को लेकर कुछ गलत बोल दिया है, जो मुझे नहीं बोलना चाहिए। मैंने जो भी गलती की है, उसपर मैं शर्मिंदा हूं... और गंभीरतापूर्वक अपनी गलती के लिए महाराष्ट्र और मारठी लोगों से माफी मांगता हूं।
जानें कब और क्या कहा कुमार सानू ने भी मराठी भाषा पर?
बिग बॉस के मंगलवार (27 अक्टूबर) के एपिसोड में जान ने मराठी भाषा के लिए कहा था कि उन्हें इस भाषा से चिढ़ है। जान कुमार सानू ने ये बयान तब दिया जब घर के रेड जोन में राहुल वैद्य और निक्की तंबोली मराठी भाषा में एक-दूसरे से बात कर रहे थे। उसी दौरान जान सानू ने गुस्से में कहा, मेरे सामने मराठी में मत बात कर, मुझे इससे चिढ़ है, अगर हिम्मत है तो हिंदी में बात करो।
MNS ने जताई नाराजगी
महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (MNS) ने सदस्य अमेय खोपकर ने ट्वीट कर लिखा था- 'जान कुमार सानू अगर 24 घंटे में माफी नहीं मांगते हैं तो बिग बॉस शो की शूटिंग नहीं होने दी जाएगी और जान सानू को काम कैसे मिलता है आगे इसे भी हम देखेंगे।'इसके बाद अमेय खोपकर ने यह भी लिखा, मैं देखता हूं मुंबई में रहकर तेरा करियर कैसे बनता है। बहुत जल्दी तुझे भी चिढ़ होगी। हम मराठी तुझे पीटेंगे।
जिसके बाद कलर्स टीवी ने ट्वीट के माध्यम से अधिकारिक तौर पर माफी मांगा था। कलर्स टीवी ने लिखा, ''हम 27 अक्टूबर, मंगलवार को प्रसारित बिग बॉस के एपिसोड में मराठी भाषा के संबंध में टिप्पणी के लिए माफी मांगते हैं। हमारा महाराष्ट्र के लोगों की भावनाओं को आहत करने का कोई इरादा नहीं था।''