नागमणि पांडेय
मुंबई। भारतीय कोस्टगार्ड ने अरब सागर में तीन नौकाओं से 5 एके-47 और एक हजार जिंदा कारतूस के साथ तकरीबन 3 हजार करोड़ के ड्रग्स बरामद किए हैं। अरब सागर के लक्षदीप द्वीप समूह में तीन अलग-अलग नौकाओं की संदिग्ध गतिविधियों को देखकर कोस्ट गार्ड ने उनकी छानबीन की थी। इसी दौरान भारतीय सेना को तस्करों के खिलाफ यह बड़ी सफलता हासिल हुई है। भारतीय कोस्टगार्ड के डायरेक्टर जनरल कृष्णास्वामी नटराजन ने कहा कि कोस्टगार्ड हर छोटे बड़े इनपुट को बड़ी गंभीरता से लेता है और जैसे ही इन संदिग्ध बोट के बारे में जानकारी मिली तो तुरंत कार्वाई शुरू की गईइंडियन कोस्ट गार्ड की की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 15 मार्च 2021 को खुफिया जानकारी मिली थी कि विदेशी मूल के नावों के जरिये अरब सागर में मादक पदार्थों की बड़े पैमाने पर तस्करी की जाने वाली है। इस इनपुट के आधार पर कोस्टगार्ड शिप और विमानों ने पूरे इलाके की गहन छानबीन शुरू कर दी और 18 मार्च को उन संदिग्ध बोट को क़ब्जे में लिया गया. ये सभी ड्रग और हथियार श्रीलंका की मछली पकड़ने वाली 3 नाव से बरामद की गई है. दरअसल 15 मार्च को इंटेलीजेंस इनपुट मिला था कि अरब सागर में कुछ संदिग्ध बोट गुज़र रही है, इसी जानकारी के आधार पर कोस्टगार्ड ने ऑपरेशन लॉन्च किया. लगातार कोस्टगार्ड अपने जहाज़ों और विमानों की मदद से सघन तलाशी का काम शुरू किया गया. आखिरकार लक्षद्वीप के 18 मार्च को कोस्टगार्ड ने मिनिकॉय द्वीप के पास 3 संदिग्ध नाव को देखा और उसे अपने क़ब्ज़े में लेकर पूछताछ की। तीनों नाव की तलाशी में में श्रीलंका की मछली पकड़ने वाली नौका जिसका नाम रविहंसी से ड्रग की बडी खेप और हथियार बरामद हुए. कुल मिलाकर नाव में 19 लोगो को हिरासत में लिया गया और उनसे पूछताछ जारी है. यह कोई पहला मामला नहीं है जब ड्रग की इतनी बड़ी खेप पकड़ी गई है इससे पहले 5 मार्च को एक ऑपरेशन में एक श्रीलंका की बोट को पकड़ा था, जिसमें 200 किलो हाई ग्रेड हेरोइन और 60 किलो हशीश बरामद की गई थी. इसी तरह से एंटी ड्रग ट्रेफिकिंग ऑपरेशन में नवंबर 2020 में भी कन्याकुमारी के पास श्रीलंका की बोट से 1000 करोड़ रूपये की 120 किलो नारकोटिक्स पकड़ी थी. कुल मिलाकर पिछले एक साल में 1.6 टन नारकोटिक्स कोस्टगार्ड ने पकड़ी जिसकी कीमत 4900 करोड़ रूपये से ज्यादा है.