संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण अपने तय समय से 14 दिन पहले ही समाप्त हो गया। संसद की कार्यवाही 8 अप्रैल तक चलनी थी, लेकिन 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लोकसभा और राज्यसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इसी के साथ बजट सत्र की कार्यवाही समाप्त हो गई। सदन स्थगित होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लोकसभा पहुंचे।
लोकसभा में 114% काम हुआ
लोकसभा के बजट सत्र के दौरान 18 बिल पास किए गए। विभिन्न मंत्रालयों के 163 रिपोर्ट को स्टैंडिंग कमेटी के सामने पेश किया गया। लोकसभा में पीठासीन अधिकारी भृतहरि महताब ने सदन के बजट सत्र में 114% उत्पादकता के साथ काम करने की जानकारी दी। इस दौरान स्पीकर ओम बिरला के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की गई।
राज्यसभा में 85% काम हुआ
बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में हुए कामकाज का लेखाजोखा पेश करते हुए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि सत्र में सदन की उत्पादकता 90% रही, जबकि हंगामे की वजह से सदन के लगभग 21 घंटे बर्बाद हुए। उन्होंने बताया कि सत्र के पहले चरण में उत्पादकता 99.6% रही, जबकि दूसरे चरण में यह 85% रही। इस दौरान कुल 19 विधेयक पारित हुए।
कई पार्टियों के नेताओं ने की थी मांग
तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल, असम और पुडुचेरी में 27 मार्च से 29 अप्रैल तक विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। ऐसे में सत्र के इस भाग में कटौती करने पर विचार हो रहा था। कई दलों के नेता बजट सत्र में कटौती पर सहमत थे और दो हफ्ते की कटौती की मांग कर रहे थे। पहला चरण 29 जनवरी से 28 फरवरी तक चला था।