सोमवार को मुंबई के गोरेगांव इलाके के रहने वाले एक 65 साल के बुजुर्ग की कोविड-19 वैक्सीन लगाने के सिर्फ डेढ़ घंटे बाद मौत हो गई। मुंबई में यह पहला मामला है जब वैक्सीन लगाने के इतनी कम समय में किसी की मौत हुई है। बुजुर्ग सोमवार दोपहर वैक्सीन की पहली खुराक लगवाने के लिए जोगेश्वरी के मिलट नर्सिंग होम में गया था। टीका लगते ही वह गिर पड़ा और उसे ICU में एडमिट करवाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
हालांकि, निगम अधिकारियों ने कहा कि इस मामले की विशेषज्ञ समिति द्वारा जांच कराई जाएगी। फिलहाल इसे सीधे टीकाकरण से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। जानकारी के मुताबिक, बुजुर्ग को शाम 3.37 मिनट पर सीरम इंस्टिट्यूट की कोवीशील्ड वैक्सीन की 0.5ml डोज लगाई गई थी। वैक्सीन लगने के कुछ ही देर बाद वह चेयर पर ही गिर पड़े।
BMC ने एक बयान में कहा, '' शुरुआती जांच में सामने आया है कि बुजुर्ग को कार्डियोमायोपैथी (दिल की पंपिंग क्षमता कम कर देता है), ventricular dysfunction, हाइपरटेंशन और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियां थी।"
टीकाकरण समिति ने शुरू की मामले की जांच
BMC के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मंगला गोमारे ने कहा कि टीकाकरण समिति (AEFI) इस घटना की पूरी जांच करेगी। बुजुर्ग के गिरते ही एड्रेनालाईन इंजेक्शन दिया गया। यह इंजेक्शन टीकाकरण के बाद होने वाले तीव्र इफेक्ट्स के मामलों में दिया जाता है और तुरंत उन्हें ICU में शिफ्ट कर दिया गया था, जहां 5.05 बजे बुजुर्ग की मौत हो गई।
सरकार आज जारी कर सकती है कोई बयान
बुजुर्ग के शव को ऑटोप्सी के लिए मुंबई के कूपर हॉस्पिटल में भेज दिया गया है। वहीं राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी तक इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। माना जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे आज इस पर अपना बयान दे सकते हैं।
भिवंडी में दूसरी डोज के बाद हुई थी एक शख्स की मौत
मुंबई में लगभग 4 लाख लोगों को टीका लगाया गया है और 400 से अधिक लोग लोगों में इसका साइड इफेक्ट देखने को मिला है। इनका मुंबई के अलग-अलग हॉस्पिटल्स में इलाज जारी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में टीकाकरण के बाद 40 से अधिक लोगों की मौत हुई है, हालांकि केंद्र के अनुसार, केवल वैक्सीन की वजह से किसी की भी मौत नहीं हुई है। पिछले हफ्ते, भिवंडी में एक 40 वर्षीय स्वास्थ्यकर्मी की दूसरी खुराक लेने के तुरंत बाद मृत्यु हो गई थी।