वहीं, शिवसेना विधायक अजय चौधरी ने कहा कि ट्रांसफर करने के आदेश पर रोक लगाने का फैसला स्थानीय निवासियों की आपत्ति के बारे में मुख्यमंत्री से शिकायत करने के बाद लिया गया है। अवध ने अस्पताल को महाराष्ट्र आवास और क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाडा) की इमारतों में 100 फ्लैट आवंटित करने का निर्णय लिया था। फ्लैटों की चाबियां मई में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार द्वारा अस्पताल के अधिकारियों को सौंपी गई थी। जिनकी पार्टी राज्य में शिवसेना और कांग्रेस के साथ सत्ता में है। मुंबई के सेवरी से विधायक अजय चौधरी ने कहा कि आसपास के क्षेत्र में रहने वाले 1,000 से अधिक परिवारों ने अस्थायी आधार पर बाहरी लोगों के यहां आने पर आपत्ति जताई। स्थानीय लोगों की शिकायतों को सुनने के लिए आवास मंत्री से मेरी बार-बार की गुहार अनसुनी रह गई इसलिए, मुझे मुख्यमंत्री को याचिका देनी पड़ी थी। म्हाडा अस्पताल को एक पूरी इमारत आवंटित कर सकता है, ताकि अस्पताल के अधिकारियों के लिए इसे बनाए रखना आसान हो।
उन्होंने कहा कि चार साल पहले उनकी पत्नी की कैंसर से मौत हो गई थी। चौधरी ने कहा, किसी को मुझे कैंसर मरीजों को होने वाली परेशानियां बताने की जरूरत नहीं है क्योंकि मेरा परिवार इस समस्या से जूझ चुका है।