रेलवे की ओर से बताया गया कि शनिवार सुबह जब यह ट्रेन रत्नागिरी के पास करबुदे सुरंग में घुसी तो यह पटरी से उतर गई। अधिकारी के अनुसार घटना में किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। अभी भी ट्रैक को ठीक करने का काम जारी है।
ट्रैक को ठीक करने का काम है जारी
कोंकण रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि एक बड़ा पत्थर पटरियों पर गिर गया था, जिसके कारण ट्रेन पटरी से उतरी। अधिकारी ने कहा, दुर्घटनास्थल पर एक रेल रखरखाव वाहन (आरएमवी) पहुंच गया है। ट्रेन को फिर से पटरी पर लाने के उपकरण के साथ एक दुर्घटना राहत चिकित्सा वैन (एआरएमवी) रत्नागिरी से दुर्घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई है।
तीन राज्यों में फैला है कोंकण रेलवे
मुंबई (महाराष्ट्र) के पास रोहा और मैंगलोर (कर्नाटक) के पास थोकुर के बीच 756 किलोमीटर लंबे मार्ग पर रेल संचालन की जिम्मेदारी कोंकण रेलवे की है। यह मार्ग तीन राज्योंं महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक में फैला हुआ है और इस मार्ग में कई नदियां, घाटियां और पहाड़ पड़ते हैं, जिसके कारण यह रेलवे के चुनौतीपूर्ण इलाकों में से एक है।