मुंबई में कोरोना संक्रमण का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कि डॉक्टर पिछले साल जून अब तक तीन बार कोरोना पॉजिटिव आ चुकी हैं। खास बात ये है दो बार वे वैक्सीन लगने के बाद संक्रमित हुईं हैं।
BMC के कोविड सेंटर में काम करने के दौरान डॉ. सृष्टि हलारी 17 जून 2020 को पहली बार कोरोना पॉजिटिव हुईं थीं। उसके बाद 29 मई 2021 और 11 जुलाई 2021 को वे कोरोना पॉजिटिव हुईं। जबकि मई से पहले ही उन्हें वैक्सीन के दोनों डोज लग गए थे।
सृष्टि का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए कलेक्ट किया गया
मुलुंड इलाके की रहने वाली डॉ. सृष्टि हलारी के तीन बार कोरोना संक्रमित हो जाने के बाद अब उनके सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए कलेक्ट किया गया है। डॉक्टर्स के मुताबिक तीसरी बार संक्रमण के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इनमें कोरोना के वैरिएंट से लेकर इम्युनिटी लेवल या गलत जांच रिपोर्ट भी बड़ी वजह हो सकती है।
डॉ. हलारी के दो सैंपल कलेक्ट किए गए हैं। इनमें से एक BMC ने और दूसरा एक प्राइवेट हॉस्पिटल ने लिया है। BMC के एक अधिकारी ने बताया कि डॉ. हलारी के सैंपल से यह पता किया जा रहा है कि वैक्सीनेशन के बावजूद उनके संक्रमित होने की क्या वजह रही। इसकी रिपोर्ट आना बाकी है।
डॉ. सृष्टि हलारी ने बताया, 'पहली बार जब मैं कोविड संक्रमित हुई तो इसलिए क्योंकि एक सहकर्मी संक्रमित पाया गया था। फिर मैंने अपनी पोस्टिंग पूरी की और पीजी एडमिशन एग्जाम से पहले ब्रेक लेने का फैसला किया और घर पर ही रही। जुलाई में मेरा पूरा परिवार ही कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया था।'
हो सकता है कि पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ हो दूसरा संक्रमण
सृष्टि का इलाज कर रहे डॉ. मेहुल ठक्कर ने बताया कि ऐसा संभव है कि मई में हुआ दूसरा संक्रमण जुलाई में फिर से एक्टिवेट हो गया हो। या फिर RT-PCR की रिपोर्ट निगेटिव आई हो।' वहीं FMR की निदेशक डॉ. नरगिस मिस्त्री ने कहा कि तीसरी बार संक्रमण की वजह कोरोना का कोई नया वैरिएंट भी हो सकता है।