केरल में एक महिला ने कानून की आंखों में 2 सालों तक धूल झोंका। बड़ी हैरानी की बात है कि यह महिला नियम-कानून की धज्जियां उड़ाकर वकालत करती रही और फिर जब उसपर केस दर्ज हुआ तब वो कोर्ट से ही फरार हो जाने में कामयाब भी हो गई। केरल के आलप्पुझा जिले में यह महिला बिना एलएलबी की डिग्री लिये 2 साल तक वकालत करती रही। यह महिला स्टेट बार काउंसिल में भी इनरॉल नहीं थी। ‘News Minute’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसी साल इस महिला ने चालबाजी कर बार एसोसिएशन इलेक्शन में हिस्सा लिया और लाइब्रेरियन के लिए चुनी भी गई।
घटना के बारे में मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि यह महिला जिले के एक मशहूर वकील के यहां जूनियर एडवोकेट के पद पर काम कर रही थी। इससे पहले इस महिला ने दावा किया था कि वो एलएलबी फाइनल ईयर की छात्रा है और उसने वकील के यहां से इंटर्नशिप भी की थी। साल 2019 में उसने दावा किया कि वो बार काउंसिल में इनरॉल है और उसने आलप्पुझा बार काउंसिल में जाने के लिए अप्लाई किया।
जुलाई महीने में बार एसोसिएशन को एक गुमनाम चिट्ठी मिली। इस खत के जरिए एसोशिएशन को आगाह किया गया कि इस महिला के पास लॉ की कोई डिग्री ही नहीं है। मामले की जांच-पड़ताल के दौरान महिला की चालबाजी का खुलासा हो गया। इसके बाद एसोसिएशन ने जिले के जज को सूचित किया और आलप्पुझा नॉर्थ पुलिस स्टेशन में महिला के खिलाफ केस दर्ज कराया गया।
यहां आपको बता दें कि बार का सदस्य होने के लिए एलएलबी की डिग्री रखने वालों को किसी बार काउंसिल में खुद को इनरॉल कराना पड़ता है। इसके बाद उसे इनरॉलमेंट नंबर और प्रमाण पत्र दिया जाता है। सेसी नाम की यह महिला केरल स्टेट बार काउंसिल के साथ इनरॉल नहीं थी और उसके पास एलएलबी की डिग्री भी नहीं थी। लेकिन उसने बार काउंसिल को जो इनरॉलमेंट नंबर दिया था वो तिरुवनंतपुरम के एक अन्य वकील का था।
23 जुलाई को सेसी ने अदालत में सरेंडर कर दिया और उसे जमानत भी मिल गई। हालांकि, पुलिस ने उसके खिलाफ गैर जमानतीय धारा 420 के तहत भी केस दर्ज किया था। लेकिन जब महिला को पता चला कि उसके खिलाफ इस धारा के तहत भी केस दर्ज किया गया है वो अदालत से ही फरार हो गई। बताया जा रहा है कि अब पुलिस इस महिला की तलाश में जुटी हुई है।