इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कतर एयरलाइन्स में सफर कर रही मां-बेटी की यह जोड़ी दोहा से होते हुए जोहानिसबर्ग से मुंबई जा रही थी. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि दोनों भारत में फेफड़ों के कैंसर के इलाज के नाम पर आए थे. एजेंसी के मुताबिक, तस्करों ने हेरोइन को ट्रॉली बैग में छिपा रखा था. अधिकारियों का कहना है कि आमतौर पर यात्री एक बार में दो किलो से ज्यादा ड्रग्स लेकर सफर नहीं करते हैं.
कस्टम अधिकारियों के अनुसार, दोनों यात्रियों को भारत में हेरोइन लाने के लिए 5 हजार डॉलर प्रति ट्रिप का वादा किया गया था. दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया और 5 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. अधिकारी ने बताया, ‘कस्टम अथॉरिटीज इन्हें प्राप्त करने वाले और भारत में ड्रग रैकेट में शामिल अन्य लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं.’