साईं टीकमदास साहब पाकिस्तान बनने के बाद उल्हासनगर आये अभी भी पाकिस्तान में शिकारपुर में उनका मंदिर हैं जो उनके भक्त संभालते हैं. अनिल साईं व राजन साईं ग्यारहवीं पीढ़ी माता की सेवा करती आ रही हैं
अनिल साईं - राजन साईं के पहले योगेंद्र साईं उनके पहले टीकमदास साईं उनके पहले मेंघराज साईं.. ओचीराम साईं ... माता की सेवा करते आये हैं यहाँ जो भक्त दर्शन के लिये आते हैं कईयों की मन्नत पूरी हुईं हैं विशेष रूप से नवरात्रों में यहाँ भक्तों का मेला लगा रहता हैं ऐसा मंदिर के मुख्य सेवादारी राजा तेलानी ने बताया दूर दूर से भक्त दर्शन के लिये आते हैं औऱ मन की मुरादे पाते हैं. इस मंदिर के अनिल साईं - राजन साईं प्राचीन चंद्रवंशी के वंशज हैं