उल्हासनगर : उल्हासनगर (Ulhasnagar) महानगरपालिका (Municipal Corporation) के अनेक महकमों में भ्रष्टाचार (Corruption) का बोलबाला है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बीस दिन के भीतर ठाणे (Thane) एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) की टीम ने दो मामले में 3 लोगों को रंगे हाथ गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है। सोमवार को ब्यूरों के जाल में महानगरपालिका प्रभाग नंबर 2 के सहायक प्रभाग अधिकारी अनिल खतूरानी फंस गए।
बीस दिन पहले महानगरपालिका के वाहतूक डिपार्टमेंट के अधिकारी यशवंत सगले और उनका बाहरी साथी को भी एसीबी ने रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। रिश्वत मामले में पकड़े जाने पर सगले को महानगरपालिका प्रशासन ने नौकरी से निलंबित कर दिया है। सगले अपने ही मातहत काम करने वाले ड्राइवर से रिश्वत लेने मामले में पकड़ा गया। सहायक प्रभाग अधिकारी अनिल खतुरानी पर आरोप है उसने उनके प्रभाग में निर्माण कार्य करने वाले एक ठेकेदार से काम करने के एवज में 50 हजार की मांग की थी।
2 दिसंबर को 25 हजार की पहली किश्त भी खतुरानी ने स्वीकार की थी। शेष पैसों के लिए वह तकादा कर रहा था। एसीबी की टीम ने रंगे हाथ तो नहीं, लेकिन मोबाइल और अन्य सबूतों के आधार पर सोमवार की दोपहर खतुरानी को हिरासत में लिया है। गौरतलब है, कि स्थानीय महानगरपालिका क्षेत्र में अवैध निर्माण का काम जोरों से चल रहा है। महानगरपालिका प्रशासन के संबंधित अधिकारियों की मिली भगत से शहर में 3 से 4 महले तक कि बिल्डिंग बनाने के ठेका लेने की हिम्मत रखने वाले ठेकेदार भी है।