जिसका डर था वही हुआ, ओमिक्रॉन की भारत में एंट्री: बेंगलुरू में एक विदेशी समेत दो ओमिक्रॉन संक्रमित मिले; विदेशी मरीज 27 नवंबर की रात को ही भाग गया था UAE

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नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए 1 दिसंबर की आधी रात के बाद से गुरुवार तक 10 यात्रियों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। करीब 8 हजार लोगों का RT-PCR टेस्ट किया गया है।
कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन भारत में भी पहुंच गया है। देश में इसके पहले दो मरीज कर्नाटक में मिले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है।
इनमें एक 66 साल का विदेशी नागरिक है, जो पिछले दिनों साउथ अफ्रीका गया था, जबकि दूसरा बेंगलुरू का 46 साल का हेल्थ वर्कर है। दोनों की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे। इसकी रिपोर्ट में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है।
 रिपोर्ट के मुताबिक, जिस विदेशी नागरिक की रिपोर्ट में ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया है, बेंगलूरू म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन की तरफ से जारी इस नागरिक की ट्रैवल रिपोर्ट में बताया गया है कि 20 नवंबर को बेंगलुरू पहुंचने पर वह पॉजिटिव पाया गया था।
उसे होटल में क्वारैंटाइन करने के बाद उसके संपर्क में आए 240 लोगों का टेस्ट किया गया, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव मिली है। इस विदेशी नागरिक ने 27 नवंबर की रात को 12 बजकर 12 मिनट पर होटल से टैक्सी ली और एयरपोर्ट पहुंचकर वह UAE के लिए रवाना हो गया। म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन ने अपनी रिपोर्ट में यह नहीं बताया है कि जाने से पहले उस विदेशी की दूसरी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई थी या नहीं।



इसके अलावा दूसरे ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मिले भारतीय हेल्थ वर्कर के बारे में बताया गया है कि उसे वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं और उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। उसके संपर्क में आए सभी लोगों की पहचान कर ली गई है और उनकी निगरानी की जा रही है।

ICMR के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने कोरोना पर होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि स्वास्थ्य विभाग की बनाई 37 लैब में संक्रमितों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है। इनमें कर्नाटक के दो सैंपल में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। हमें घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन जागरूकता बेहद जरूरी है।

अहम बातें जो सरकार ने कही हैं...

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के तेजी से फैलने की आशंका है। यह डेल्टा से 5 गुना तक ज्यादा संक्रामक हो सकता है।
अब तक ओमिक्रॉन के 29 देशों में 373 केस मिल चुके हैं। इससे संक्रमित सभी मामलों में अब तक हल्के लक्षण पाए गए हैं।
देश और दुनिया भर में अब तक ऐसे सभी मामलों में कोई गंभीर लक्षण नोट नहीं किए गए हैं। WHO इस पर स्टडी कर रहा है।
अभी लॉकडाउन लगाने की ज़रूरत नहीं है। हम इस नई चुनौती का मुकाबला करेंगे। हमें डरना नहीं है। लोगों की जिम्मेदारी हैं कि वे मास्क पहने।
पूरी दुनिया में अभी ओमिक्रोन की खासियत और असर के बारे में समझा जा रहा है। इसके बारे में बहुत से तथ्य सामने आने वाले हैं।
वैक्सीन के बूस्टर डोज के लिए स्टडी की जा रहा है। जैसे-जैसे जो स्थिति सामने आएगी, उसके आधार पर आगे फैसले लिए जाएंगे।
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