महाराष्ट्र के एक और मंत्री रडार पर:ED ने प्राजक्त तनपुरे से की लंबी पूछताछ, किरीट सोमैया ने कहा-देशमुख की तरह यह भी होंगे सलाखों के पीछे

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तनपुरे मंगलवार दोपहर 12 बजे ED ऑफिस गए थे और उनसे शाम 6 बजे तक पूछताछ चली है। - Dainik Bhaskar
तनपुरे मंगलवार दोपहर 12 बजे ED ऑफिस गए थे और उनसे शाम 6 बजे तक पूछताछ चली है।

महाविकास आघाडी सरकार में नगर विकास राज्यमंत्री प्राजक्त तनपुरे से मंगलवार को तकरीबन 6 घंटे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पूछताछ की। महाराष्ट्र राज्य को-आपरेटिव बैंक घोटाला मामले में तनपुरे से जांच एजेंसी पूछताछ कर रही है। तनपुरे से हुई इस पूछताछ पर भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा-अनिल देशमुख के बाद अब अगला नंबर प्राजक्त का हो सकता है। वे भी जल्द सलाखों के पीछे नजर आएंगे।

इससे पहले ED तनपुरे के चीनी मिल पर छापा भी मार चुकी है। आरोप है कि तनपुरे परिवार ने बैंक का कर्ज चुकाने में नाकाम रहने के बाद नीलाम की गई रामगणेश गडकरी मिल को बाजार मूल्य से भी कम कीमत पर खरीदा था। मिल ने महाराष्ट्र को-आपरेटिव बैंक से कर्ज लिया था। बैंक ने ही कर्ज न चुका पाने के चलते मिल को नीलाम किया था। तनपुरे अहमदनगर के राहुरी से राकांपा के विधायक है।

उनके पिता प्रसाद भी सांसद थे। रामगणेश गडकरी मिल को तनपुरे परिवार की प्रसाद शुगर और अलाइड एग्रो प्रोडक्टस नाम की कंपनियों ने बोली लगाकर खरीदा था। जब रामगणेश गडकरी मिल को प्राजक्त की कंपनी ने खरीदा था प्रसाद महाराष्ट्र को-आपरेटिव बैंक के निदेशक थे। चीनी मिल का वास्तविक कीमत 26 करोड़ रुपए थी लेकिन तनपुरे की कंपनी ने इसे 13 करोड़ रुपए में खरीदा था। मामले में ईडी ने समन भेजकर राज्यमंत्री तनपुरे को पूछताछ के लिए बुलाया था। वे मंगलवार को जांच एजेंसी के सवालों के जवाब देने पहुंचे।

ED के सामने पेश हुए सीताराम कुंटे
राज्य के पूर्व मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रमुख सलाहकार सीताराम कुंटे मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। उन्होंने राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख से जुड़े मनी लांडरिंग मामले में अपना बयान दर्ज कराया। कुंटे सुबह 11 बजे ईडी के दक्षिण मुंबई स्थित ऑफिस पहुंचे थे और शाम पांच बजे के बाद बाहर निकले। ईडी ऑफिस में दाखिल होने के दौरान कुंटे के पास कुछ दस्तावेज भी थे। माना जा रहा है कि उन्होंने यह दस्तावेज जांच अधिकारियों को सौंपे हैं।

ED के सवालों के जवाब देकर बाहर निकले सीताराम कुंटे ने पत्रकारों से कहा कि अनिल देशमुख से जुड़े मामले में जो छानबीन चल रही है, उसमें जानकारी हासिल करने के लिए मुझे बुलाया गया था। पत्रकारों ने जब कुंटे से पूछा कि क्या ट्रांसफर पोस्टिंग से जुड़े मामले में भी ईडी ने उनसे सवाल जवाब किए तो उन्होंने कहा कि दोनों एक ही मामले हैं।

ट्रांसफर पोस्टिंग से जुड़े सवाल पूछे गए
ED ने कुंटे को पहले समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन व्यस्तता का हवाला देकर वे जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने कुंटे से अनिल देशमुख के गृहमंत्री रहते पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग से जुड़े सवाल पूछे। उस दौरान कुंटे गृहविभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर तैनात थे। बाद में उन्हें पदोन्नति देकर राज्य का मुख्य सचिव बना दिया गया था। एक सप्ताह पहले सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया है।

2 नवंबर से जेल में बंद हैं अनिल देशमुख
इससे पहले ED मामले में गृहविभाग के उपसचिव कैलाश गायकवाड का भी बयान दर्ज किया था। ED ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अनिल देशमुख को 2 नवंबर को गिरफ्तार किया था और वे फिलहाल जेल में हैं। मुंबई के बारों से हर महीने 100 करोड़ रुपए वसूलने के मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की शिकायत के आधार पर सीबीआई द्वारा देशमुख और दूसरे आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद ईडी ने मनी लांडरिंग का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की है।

इस मामले की जांच कर रही है ED
ED राज्य की तत्कालीन खुफिया विभाग की प्रमुख रश्मि शुक्ला द्वारा ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए दलालों की सक्रियता के लिए की गई फोन टैपिंग से जुड़े मामले की भी जांच कर रही है। शुक्ला ने इससे जुड़ी रिपोर्ट तत्कालीन पुलिस महानिदेशक सुबोध कुमार जायसवाल को भेजी थी। जायसवाल ने आगे रिपोर्ट तत्कालिन अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) कुंटे को भेजकर मुख्यमंत्री से मामले में बात कर फैसला लेने का निवेदन किया था।

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