मुंबई: मुंबई (Mumbai) के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह (Former Mumbai Police Commissioner Param Bir Singh) के खिलाफ दर्ज कथित वसूली (Extortion) के एक मामले में शनिवार को चार्जशीट (Chargesheet) दाखिल कर दी गई है। सिंह के खिलाफ दर्ज मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) की यूनिट 11 (Crime Branch Unit 11) इस मामले में जांच कर रही थी।
जबरन वसूली के कई मामलों का सामना कर रहे सिंह के खिलाफ यह पहला आरोपपत्र है। शिकायत के अनुसार आरोपी ने दो बार और रेस्तरां पर छापेमारी नहीं करने के लिए उससे नौ लाख रुपये की उगाही की और अपने लिए लगभग 2.92 लाख रुपये के दो स्मार्टफोन खरीदने के लिए मजबूर किया। शिकायतकर्ता के अनुसार वह साझेदारी में इन प्रतिष्ठानों को चलाता था। पुलिस ने पहले बताया था कि यह घटना जनवरी 2020 और मार्च 2021 के बीच हुई। इसके बाद छह आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 384, 385, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
क्राइम ब्रांच ने शनिवार को मुंबई की एक अदालत में इस केस में चाज्शीट फ़ाइल कर दी है। एएनआई के अनुसार, मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट 11 ने एस्प्लेनेड कोर्ट में परमबीर सिंह और सचिन वाजे समेत तीन अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। मुंबई के गोरेगांव के कथित रंगदारी मामले में ये चार्जशीट दाखिल की गई है।
इस मामले में क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने परमबीर सिंह का भी बयान पिछले दिनों दर्ज किया था। एक रिपोर्ट के अनुसार, गोरेगांव पुलिस थाने में एक कारोबारी ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी परमबीर सिंह के खिलाफ वसूली का मामला दर्ज कराया था। विशेष लोक अभियोजक, एडवोकेट शेखर जगताप ने बताया कि, गोरेगांव कथित रंगदारी मामले में परमबीर सिंह, सचिन वाजे, अल्पेश पटेल और सुमित सिंह के खिलाफ 400 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई है। सिंह और वाजे को मामले की अगली तारीख पर कॉपी दी जाएगी।
बता दें कि, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद परमबीर सिंह गुरुवार को मुंबई क्राइम ब्रांच पहुंचे थे। अधिकारियों ने रंगदारी के एक मामले में उनका बयान दर्ज किया। दरअसल कोर्ट (Court) ने जबरन वसूली के एक मामले (Extortion Case) में आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह (Param Bir Singh) को भगोड़ा घोषित किया था। बाद में कोर्ट के फैसले के खिलाफ पूर्व कमिश्नर ने अपील की थी। सिंह के खिलाफ मुंबई और पड़ोसी ठाणे जिले के कई पुलिस थानों में उगाही के मामले दर्ज हैं।