महाराष्ट्र के पिंपरी-चिंचवड़ में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। वे हर तरह के अपराध को अंजाम देकर एक तरह से पुलिस को चुनौती देते रहते हैं। लेकिन इस बार तो उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग ही कर दी। इस घटना में खुद पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश मामूली रुप से घायल हो गए हैं। दरअस्ल पुलिस की टीम आरोपी गणेश मोटे, अश्विन चव्हाण और महेश माने को पकड़ने गई थी। तभी दोनों के बीच सामना हो गया। सहायक पुलिस आयुक्त अमृतकर ने बताया कि इस घटना में पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश मामूली रुप से घायल हो गए हैं।
गोलियां बरसाकर कर दी थी एक व्यक्ति की हत्या
बता दें कि कुछ दिन पहले ही पिंपरी-चिंचवाड़ में योगेश जगताप नाम के युवक की 10 गोली बरसाकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, मुख्य आरोपी गणेश मोटे और अश्विन चव्हाण अभी भी फरार थे। पूरा पुलिस आयुक्तालय दोनों को खोजने में लगा हुआ था। सांगवी पुलिस के तीन दस्ते, स्पेशल स्क्वॉड और क्राइम ब्रांच यूनिट गणेश मोटे, अश्विन चव्हाण और महेश माने की तलाश में जुटे हुए थे।
पुलिस को मिली गुप्त सूचना
इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि तीनों चाकन इलाके में रात करीब 11 बजे पहुंचने वाले हैं। उसके बाद पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश, सहायक पुलिस आयुक्त अमृतकर, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुनील टोनपे, सहायक पुलिस निरीक्षक सतीश कांबले और हरीश माने मौके पर पहुंचे।
और शुरू हो गइ मुठभेड़
आरोपी चाकन इलाके में एक पहाड़ी पर छिपे हुए थे। पुलिस के पास पहुंचते ही उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गई और आधे घंटे तक मुठभेड़ चलती रही। लेकिन पुलिस के लिए अच्छी बात यह रही कि उसने तीनों आरोपियों गणेश मोटे, अश्विन चव्हाण और महेश माने को जान पर खेलकर गिरफ्तार कर लिया। लेकिन पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश इस घटना में मामूली रुप से घायल हो गए।