प्राप्त जानकारी के मुताबिक 24 दिंसबर को ठाणे क्राइम ब्रांच टीम ने उल्हासनगर कैंप नंबर 4 के वीनस चौक इलाके में स्थित धीरज मोबाइल दुकान पर छापा मारा और मौके से 645 भालू के दांत और नाखून बरामद किए थे. इस संबंध में व्यवसायी संजय नागपाल के खिलाफ विठ्ठलवाडी पुलिस थाने में मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया था और इस मामले की आगे की जांच की जिम्मेदारी ठाणे क्राइम ब्रांच टीम के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शैलेश सालवे के मार्गदर्शन में सहायक निरीक्षक शेंडे को दी गई थी.
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सीसीटीवी फुटेज कारण सच सामने आया।
गिरफ्तार मोबाइल दुकानदार संजय नागपाल की गहन जांच ने जांच को एक अलग दिशा दे दी. संजय नागपाल की दुकान के सीसीटीवी और मोबाइल लोकेशन के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है कि जिसने पुलिस को सूचना दी थी वही मुख्य आरोपी था. संजय नागपाल और आरोपी अनवर खान के बीच संपत्ति को लेकर विवाद शुरू था. इसका बदला लेने के लिए अनवर खान ने मुंब्रा निवासी आरिफ खान को नागपाल की दुकान में एक खिड़की से भालू के दांत डालने के लिए कहा और यह पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. पुलिस द्वारा आरोपी आरिफ को गिरफ्तार किए जाने के बाद मामला पलट गया. मुख्य आरोपी अनवर खान को भी गिरफ्तार कर आज अदालत में पेश किया गया. जहां अदालत ने दोनों को 1 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
आरोपी अनवर और आरिफ ने यह भालू के दांत कहां से लाए और अब तक कितने भालूओं के दांत इन्होंने बेचे अथवा खरीदे व कितने भालुओं की हत्या की है इसकी गहन जांच वरिष्ठ निरीक्षक शैलेश सालवी के मार्गदर्शन में सहायक निरीक्षक शेंडगे कर रहे है.