एक्साइज डिपार्टमेंट के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2019-20 में राज्य में करीब 2,157 लाख बल्क लीटर आईएमएफएल (IMFL) की बिक्री हुई थी. कोरोना की पहली लहर से प्रभावित वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान यह आंकड़ा गिरकर करीब 1,999 लाख बल्क लीटर पर आ गया. हालांकि इसके अगले साल इसमें तेजी आई और वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान राज्य के लोगों ने करीब 2,358 लाख बल्क लीटर आईएमएफएल की खरीदारी कर ली.
विभाग ने बताया कि पिछला वित्त वर्ष आईएमएफएल के अलावा बीयर (Beer) और देसी शराब (Country Liquor) के लिए भी अच्छा साबित हुआ. महामारी की शुरुआत के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब आईएमएफएल के साथ ही बीयर और देसी शराब की भी बिक्री बढ़ी है. आईएमएफएल के मामले में तो बिक्री का लेवल कोरोना महामारी शुरू होने से पहले के लेवल को भी पार कर चुका है. वित्त वर्ष 2020-21 में बीयर की बिक्री राज्य में करीब 22 फीसदी गिर गई थी, जबकि 2021-22 में इसमें करीब 14 फीसदी की तेजी देखने को मिली.
विभाग के एक अधिकारी के हवाले से खबरों में बताया गया है कि ओवरऑल शराब की बिक्री की बात करें तो 2021-22 में यह 7 से 12 फीसदी तक तेजी हुई. हालांकि इससे पहले 2020-21 में बिक्री में गिरावट आई थी और ऐसा कई सालों में पहली बार हुआ था. उन्होंने कहा कि महामारी की पहली लहर बीत जाने के बाद कई बिजनेस सामान्य होने लग गए. इससे लोगों की शराब खरीद पाने की क्षमता सुधरी और वे लोगों-दोस्तों से मिलने-जुलने लगे. इसी कारण शराब की बिक्री में तेजी देखने को मिली.