मुंबई: कांदिवली इलाके में दो दिनों पहले हुई फायरिंग मामले की जांच में चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है. मुंबई क्राइम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) की जांच में यह जानकारी सामने आयी है कि इस मामले में फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों ने एक महीने तक यूट्यूब (YouTube) पर अलग-अलग वीडियो देखकर गोली चलाने की ट्रेनिंग ली थी और उसके बाद वारदात को अंजाम दिया था. 1 अक्टूबर की रात को फायरिंग की घटना का जो वीडियो मुंबई क्राइम ब्रांच के हाथ लगा है, वो किसी फिल्मी सीन से कम नहीं है.
इस वीडियो में फायरिंग करने वाले दोनों आरोपी सोनू पासवान और सोनू गुप्ता स्कूटी से आते हैं और उसमें से एक सोनू पासवान कुछ युवकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर देता है. 3-4 युवक खुद की जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगते हैं. इसी दौरान एक को गोली लग जाती है और पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच जाती है. इस फायरिंग में अंकित यादव नामक युवक की मौत हो गई थी, जबकि 3 अन्य युवाओं का इलाज चल रहा है.
बिहार पुलिस में भर्ती होने की तैयारी भी कर रहा था आरोपी
दोनों आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने गुजरात के बिल्लिमोरा से गिरफ्तार किया था और जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने यूट्यूब पर वीडियो देखकर गोली चलाना सीखा था. मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी संग्राम सिंह निशानदार ने बताया कि कई जानकारियां सामने आई हैं. गोली कैसे चली, अभी डिस्क्लोज करना ठीक नहीं होगा. सिर्फ इतना कह सकता हूं कि सोशल मीडिया पर वीडियो देखकर आरोपियों ने गोली चलाना सीखा था. आगे की जांच चल रही है. मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी सोनू पासवान बिहार पुलिस में भर्ती होने के लिए एग्जाम की तैयारी भी कर रहा था.
बिहार से खरीदी अवैध पिस्टल, अब बेचने वाले की तलाश जारी
इस एग्जाम के लिए भी वह बंदूक चलाना सोशल मीडिया के जरिए ही सीख रहा था, लेकिन उसका इस्तेमाल उसने कुछ महीने पहले दूसरे गुट के साथ हुए आपसी विवाद में किया. जिसका परिणाम यह हुआ कि अब वो सलाखों के पीछे पहुंच गया है. कांदिवली फायरिंग की घटना में जिस पिस्टल का इस्तेमाल आरोपियों ने किया था, उसे वे बिहार से अवैध तरीके से खरीदकर लाए थे. इसको देखते हुए मुंबई क्राइम ब्रांच अभी बिहार पुलिस के संपर्क में भी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि अवैध पिस्टल सोनू पासवान ने कहां से खरीदी थी.