पुणे में भारी बारिश से 'समंदर' बना शहर, उत्तराखंड में लैंडस्लाइड से मुसीबत, देश के इन हिस्सों में फिर बरसात की संभावना

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देश के कई हिस्सों में अक्टूबर महीने की शुरूआत में भी मानसून सक्रिय है. बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने साइक्लोन सर्कुलेशन (Cyclone Circulation) की वजह से देश से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी में कुछ देरी होने की संभावना है. इसकी वजह से उत्तर प्रदेश, एमपी, पूर्वी राजस्थान, दिल्ली समेत कई इलाकों में 5 अक्टूबर से बारिश (Rainfall Alert) होने की संभावना जताई गई है. महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बारिश से अभी भी हाल बेहाल है.


महाराष्ट्र के पुणे में भारी बारिश (Pune Rain) के कारण जलजमाव की स्थिति से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं, उत्तराखंड में लैंडस्लाइड की वजह से लोगों की मुसीबतें बढ़ गईं.


महाराष्ट्र के पुणे में आफत की बारिश


महाराष्ट्र के पुणे में ऐसी बारिश हुई कि शहर समंदर जैसा दिखने लगा. सड़कों पर बहते पानी की लहरें देखकर ऐसा लगा कि कोई पास की नदी हदें तोड़कर शहर में बहने लगी हो. बारिश से पहले तेज हवा ने लोगों को डराया. कई जगह पर पेड़ गिरे. हवा और पानी का प्रहार इतना जबरदस्त था कि कलेक्टर दफ्तर की छत का एक हिस्सा वहां खड़ी गाड़ियों पर गिरा, जिससे कई गाड़ियों के शीशे टूट गए. पुणे की कुछ कॉलेनियों में बारिश का पानी भर गया, जिससे कई लोग फंसे रहे.



पहाड़ों पर भी आफत


भारी बारिश के बाद पहाड़ों पर अब पत्थरों की बरसात हो रही है. उत्तराखंड के उत्तरकाशी में जमीन खिसकने के बाद पहाड़ से बोल्डर के गिरने का सिलिसिला शुरू हुआ तो खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. पहले तो ऐसा लगा कि कुछ देर में पत्थरों का गिरना बंद हो जाएगा, लेकिन धीरे-धीरे इसने विकराल रूप ले लिया और सड़क पर मलबे का ढेर लग गया, जिससे वहां से गुजरने वालों के लिए रास्ता बंद हो गया. ये हाल गंगोत्री नेशनल हाईवे का है. बताया गया कि पिछले कुछ दिनों से उत्तरकाशी के अलग अलग हिस्सों में इसी तरह की घटनाएं हो रही हैं, जिससे इलाके की कई सड़कें बंद हैं.


कर्नाटक में बारिश की संभावना


ताजा मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि कर्नाटक के कुछ हिस्सों में अक्टूबर से बारिश हो सकती है. कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र ने उत्तर आंतरिक कर्नाटक और तटीय जिलों में अलग-अलग भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है, जबकि दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और मलनाड जिलों में बहुत हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.


ओडिशा में बारिश की संभावना


भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को 2 अक्टूबर से 5 अक्टूबर की अवधि के दौरान ओडिशा में भारी वर्षा की संभावना जताई है. आईएमडी के मुताबिक 1 अक्टूबर को पूर्वोत्तर और इससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती परिसंचरण उभरने की संभावना है. मौसम विभाग ने आगामी दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की गतिविधियों की भविष्यवाणी की है. बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है.


अक्टूबर में और किन राज्यों में बारिश


तूफान नोरू की वजह से बंगाल की खाड़ी के ऊपर पूर्वोत्तर दिशा में बने चक्रवाती सर्कुलेशन के मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ने की संभावना है, जिससे गंगा के मैदानी इलाकों में अच्छी बारिश (Rainfall) होने की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक मानसून (Monsoon) की वापसी 20 सितंबर से अक्सर शुरू होती है, लेकिन यूपी और एमपी के ऊपर मौजूद मौसमी प्रणाली की वजह से इस बार ये 13 अक्टूबर तक रूक सकता है. एमपी, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा के कुछ इलाकों में 5 अक्टूबर से बरसात होने की आशंका है.

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