नवी मुंबई पुलिस ने मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के नाम पर छात्रों से 3.30 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा करते हुए बताया कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त मिलिंद भारंबे ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि आरोपियों ने ठाणे जिले के नवी मुंबई के अलावा मुंबई, गुजरात और अन्य स्थानों के छात्रों के साथ भी धोखाधड़ी की थी. उन्होंने बताया कि पिछले पांच-सात साल से सक्रिय गिरोह के सदस्य प्री-मेडिकल, राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में कम अंक पाने वाले छात्रों से संपर्क करते थे और मोटी रकम के ऐवज में उन्हें मेडिकल कॉलेजों में दाखिले की पेशकश करते थे.
अधिकारी ने बताया कि आरोपी मुंबई और नवी मुंबई के सात प्रमुख मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन में अपना प्रभाव होने का दावा कर पीड़ित छात्रों का विश्वास हासिल करते थे और उन्हें जाली प्रवेश पत्र उपलब्ध करवाकर उससे नकद या डिजिटल माध्यम से पैसे लेते थे. अधिकारी ने बताया कि आरोपी उन वेबसाइटों से छात्रों का विवरण प्राप्त करते थे. जहां उन्होंने प्रवेश के लिए आवेदन किया था.
अधिकारी के मुताबिक, आरोपी अपना प्रभाव दिखाने के लिए छात्रों को मेडिकल कॉलेजों और चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान निदेशालय (डीएमईआर) के कार्यालय ले जाते थे और फिर उन्हें फर्जी प्रवेश पत्र देते थे
भारंबे ने कहा कि पुलिस को पहली शिकायत तब मिली जब आरोपियों ने छत्तीसगढ़ की एक छात्रा को नवी मुंबई के नेरुल इलाके में एक मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का झांसा देकर उससे कथित तौर पर धोखाधड़ी की और उससे 33.5 लाख रुपये लिए. छात्रा को फर्जी प्रवेश पत्र दिया गया जिसके बाद नेरूल पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया.
इस मामले को लेकर पुलिस ने विभिन्न खुफिया और तकनीकी सूचनाओं पर काम किया और पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया. उनकी पहचान सौरभ कृष्ण उपाध्याय (39), इफ्तेकार अहमद मुश्ताक अहमद उर्फ अभय सिंह उर्फ गौतम (31) (दोनों नोएडा से), लव अवधकिशोर गुप्ता (35) के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि मुंबई के आकिब नौशाद अहमद (28) और अभिजात राधेश्याम सिंह (41) दोनों गाजियाबाद के रहने वाले हैं.
पांच आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने नवी मुंबई, मुंबई और महाराष्ट्र के भंडारा जिले में दर्ज धोखाधड़ी के मामलों का पता लगाने का दावा किया है. पुलिस ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश, झारखंड, नवी मुंबई, गुजरात, पालघर और मुंबई में विभिन्न स्थानों पर पहले भी मामले दर्ज किए गए थे. भारंबे ने मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्रों से अपील की है कि वे ऐसे जालसाजों के झांसे में न आएं और अगर उनके साथ धोखा हुआ है तो नवी मुंबई पुलिस से संपर्क करें.