मुंबई के सरकारी अस्पताल में इलाज करवाने वाले मरीजों के लिए अच्छी खबर है। अब इन अस्पतालों में इलाज करवाने वाले मरीजों को बाहर से दवाई नहीं खरीदनी पड़ेगी, क्योंकि सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों में मेडिकल स्टोर खोलने का फैसला किया है। सरकार जल्द ही राज्य भर में स्थानीय निकायों द्वारा संचालित अस्पतालों के परिसरों में 24×7 जेनेरिक मेडिकल स्टोर खोलने वाली है। राज्य मंत्रिमंडल ने हाल ही में केंद्र की 'जन औषधि' (जेनेरिक दवा) की नीति के अनुसार प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
यह जेनेरिक मेडिकल स्टोर एक बहु-राज्य सहकारी समिति नेशनल फेडरेशन ऑफ फार्मर्स प्रोक्योरमेंट एंड प्रोसेसिंग एंड रिटेलिंग कोऑपरेटिव्स ऑफ इंडिया लिमिटेड (NACOF) के माध्यम से स्थापित किए जाएंगे। फिलहाल सरकारी अस्पतालों के मरीजों और उनके परिजनों को बाहर से दवाइयां खरीदनी पड़ती हैं क्योंकि नगर निकाय द्वारा संचालित अस्पतालों में अलग-अलग बीमारियों के लिए सभी जरूरी दवाएं उपलब्ध नहीं होती हैं।
जेनेरिक मेडिकल स्टोर में मिलेगी सस्ती दरों पर दवाइयां
ऐसे में मरीजों को अस्पताल के बाहर से ऐसी दवाएं खरीदनी पड़ती हैं, जो बहुत बाहर महंगी भी पड़ती हैं, लेकिन अब सरकार की ओर से जेनेरिक मेडिकल स्टोर खुलने से मरीजों को सस्ती कीमत पर दवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। इसको लेकर प्रबोधन गोरेगांव कंज्यूमर को-ऑपरेटिव सोसाइटी के अध्यक्ष नितिन शिंदे ने कहा है कि जहां ब्रांडेड दवाएं महंगी होती हैं, वहीं जेनेरिक दवाएं काफी कम कीमत में ली जा सकती हैं। आमतौर पर ब्रांडेड और जेनरिक दवाओं के दाम में 70 फीसदी तक का अंतर हो सकता है। इस तरह, जेनेरिक दवाएं खर्च को काफी कम कर सकती हैं।