उल्हासनगर। बच्चों के पारिवारिक, सामाजिक वातावरण, संस्कृति और संचार माध्यमों पर उपलब्ध आपत्तिजनक सामग्री के कारण इन दिनों अपराध बढ़ने लगा है। पिछले कुछ महीनों में जोन-4 में बाल अपराध की दर लगातार बढ़ी है। यह माता-पिता, समाज और पुलिस सभी के लिए चिंता का विषय है। पिछले दिनों हुई सैकड़ों गाड़ियों की तोड़फोड़ में नाबालिक बच्चों के शामिल होना यह चिंता का विषय बन गया है। जिसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस उपायुक्त डॉ.सुधाकर पठारे ने सभी विद्यालय ,कॉलेजों व शिक्षण संस्थाओं के मुख्याध्यापक, पदाधिकारियों के साथ जवाहर होटल में एक मीटिंग का आयोजन कर शहर में बढ़ते अपराध में बच्चों के शामिल होने को लेकर चर्चा की।
बता दें कि आजकल आए दिन शहर में बढ़ रहे आपराधिक मामलों में से ज्यादातर मामलों में 12 से 17 वर्ष तक के छात्रों के शामिल होने की बात सामने आ रही है। वहीं प्रेम प्रसंग के झांसे में दुष्कर्म की शिकार भी कई युवतियां और किशोरियां हो रही हैं। इस पर अंकुश लगाने को लेकर पुलिस उपायुक्त डॉ.सुधाकर पठारे के मार्गदर्शन में सेन्ट्रल पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मधुकर कड द्वारा सभी विद्यालय ,कॉलेजों व शिक्षण संस्थाओं के मुख्याध्यापक, पदाधिकारियों को एकजुट कर जवाहर होटल में एक मीटिंग का आयोजन गया। इस मीटिंग में शहर के सी.एच.एम. महाविद्यालय लय,आर.के.टी.महाविद्यालय, न्यू इंग्लिश महाविद्यालय .एसएसटी महाविद्यालय जैसे नामी गिरामी महाविद्यालय के प्रिंसिपल व संस्थाओं के लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त सुधाकर पठारे ने बाल अपराध में रोक कैसे लगाए,इसकी जानकरी छात्रों को महाविद्यालय में कैसे दी जाए, इसका मार्गदर्शन दिया। साथ ही मुख्याधापकों ने भी पुलिस के साथ अपनी बात रखते हुए हर संभव सहयोग की बात कही। इस मौके पर एसीपी मोतीचंद राठौड़, अम्बरनाथ के ए.सी.पी.जगदीश सातव, विट्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ संजय गायकवाड़, उल्हासनगर एक के वरिष्ठ निरीक्षक फुलपागरे सहित महिला दामिनी पथक सहित पत्रकारों उपस्थित हुए थे।सेन्ट्रल पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मधुकर कड ने सूत्र संचालन किया।