डीआरआई ढूंढ रही रोहित को...
अब फेमा और फेरा के तय भी हो सकती है कार्रवाई
मुंबई। सोने की तस्करी के मामले में 3 दिन बाद आज फिर से मनोज को कोर्ट में पेश किया गया जहां उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वहीं डीआरआई मनोज के पार्टनर और इस गैंग के मास्टरमाइंड रोहित को भी जल्दी पकड़ने की बात कही..ज्ञा
त हो के मनोज और रोहित ये डोनो ही गैंग के मुखिया है। ये उल्हासनगर और आस पास के गरीब और जरूरतमंद लड़के लड़कियों और औरत मर्दों को 12k से 25k देकर कभी दुबई कभी बैंकॉक से ये लोगो से कभी अंडर गारमेंट्स कभी बॉडी फिटिंग तो कभी ऑफिसर्स तो कभी ग्राउंड स्टाफ के द्वारा गोल्ड इंडिया लाते है।
ये गैंग में 40/50 लोग हैं। इनमें खास कर स्मार्ट दिखने वाली लड़कियां और महिलाएं हैं। जिनका फायदा इन गैंग को एयरपोर्ट पर मिलता है। अच्छी खासी स्मार्ट दिखने वाली महिला को कोई अधिकारी इतना एजी पूछताछ के लिए एयरपोर्ट पर नहीं रोकता। साथ है ये गैंग ने कमाए हुए कई करोड़ के पैसे प्रोपार्टी में निवेश किया हुआ है..इस गैंग ने उल्हासनगर, कल्याण में बड़ी बड़ी प्रॉपर्टी और लोनवाला और अगतपुरी में कुछ फॉर्महाउस भी खरीद रखा है। फॉर्महाउस को ये गैंग के मालिक और खास लोग रेस्ट हाउस अय्याशी का अड्डा बनाकर यूज़ करते हैं..यही नहीं कुछ भोली भाली मजबूर जरूरी लड़कियां और महिलाओं का ये लोग काम के बहाने जम कर फ़ायदा उठाते हैं और अपनी रंगरलियां मनाते हैं। फिल्हाल डीआरआई पूरी सरगर्मी से रोहित को ढूंढ रही है। रोहित कल तक उल्हासनगर और आस पास घुमते देखा गया था। मगर आज मनोज के जेल जाने के बाद फिर से अंडरग्राउंड हो गया है..चाहे कितना भी रोहित अंडरग्राउंड रहे वो डीआरआई जैसी एजेंसी से नई बच पाएगा ..वो कहता है ना बकरे की मां कब तक खेर मनाएगी .ऐसे ही वह पूरे मामले की जानकारी हिंदमाता आप तक पहुंचाता रहेगा।